सराड़ा (राजस्थान)। जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जी-जान से जुटा है, वहींं सरकार के आदेशों की अवहेलना करते हुए झोलाछाप ग्रामीण क्षेत्र में क्लीनिक खोल कर मनमानी कर रहे हैं। बिना किसी सुरक्षा संसाधनोंं के अपने मरीजोंं का इलाज कर रहे हैं जिससे कोरोना वायरस के मामलोंं की बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है। ऐसा ही मामला सराड़ा उपखंड क्षेत्र के सुरखंड का सामने आया है। यहां खेडा बस स्टैंड पर एक अवैध तरीके से चलाए जा रहे क्लीनिक को जांच के बाद सील कर दिया गया। इस मौके पर सुरखण्ड खेडा पीएससी प्रभारी डॉ. कोमल मीणा, मेल नर्स रामचन्द्र मीणा, मीना शर्मा द्वारा दवाइयोंं को जब्त करते हुए क्लीनिक पर सील लगा दी गई। जानकारी के अनुसार आरोपी झोलाछाप गांव मेंं करीब 20 वर्षों से चला रहा था। अधिकारियोंं द्वारा दस्तावेज मांगने पर कुछ भी नहींं दिखा पाया। अवैध रूप से संचालित क्लीनिक पर बड़ी मात्रा में दवाई देखकर डॉक्टर भी सोचने को मजबूर हो गए। सराडा उपखण्ड क्षेेत्र के सल्लाडा, मल्लाडा, बडावली, रठौडा ,सहित कई गांव मेंं झोलाछापोंं ने अवैध क्लीनिक चला रखे हंै। सराडा ब्लॉक के सीएचएमओ डॉ. सुरेश कुमार मंडावरिया ने बताया कि अवैध क्लीनिक को सील कर दिया और दोषी संचालक के खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी। सुरखण्ड खेडा पीएचसी की प्रभारी डॉ. कोमल मीणा ने बताया कि गांव में अवैध क्लीनिक चलने की सूूचना मेरे पास आई, जब मैैं मौके पर पहुंंची वहां पर देखा तो वास्तव में क्लीनिक अवैध थी वहां पर जो दवाइयांं थी वह सारी जब्त कर ली हैं और रिपोर्ट हमने उच्च अधिकारियों को भेज दी हैं।