मैनपुरी। मैनपुरी के जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण के दौरान क्षेत्र के 21 हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी पर बायो मेडिकल वेेस्ट की अनदेखी पाई। उनके निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए.के. पांडेय ने सभी की जांच संस्तुतियों पर कुल 9 लाख 23 हजार का जुर्माना लगाया। इस कार्रवाई से जिलेभर में अब हडक़ंप मच गया है।
जानकारी अनुसार मैनपुरी के जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने बीते दिनों कई हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी की जांच की तो बायो मेडिकल वेस्ट इधर-उधर पड़े मिले। इस पर उन्होंने काफी नाराजगी दिखाई। इन संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सीएमओ ने अपनी टीम बनाकर जांच-पड़ताल की कार्रवाई शुरू कराई।
सीएमओ की जांच में 21 अस्पताल, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी पर नियम विरुद्ध अनदेखी पाई गई। इसके तहत रिपोर्ट मुख्य पर्यावरण अधिकारी को प्रेषित कर दी जिसमें निम्नलिखित पर 9 लाख 23 हजार का जुर्माना लगाया गया। इनमें रागिनी नर्सिंग होम, उत्तम नर्सिंग होम, शुभि हॉस्पिटल, आशा हॉस्पिटल पैथोलॉजी, सुमित हॉस्पिटल, ऑर्थो हॉस्पिटल, जनसेवा हॉस्पिटल, पारुल हॉस्पिटल पैथोलॉजी, पाठक हॉस्पिटल, दिव्या होस्पिटल, दयाल हॉस्पिटल, भगवती, दयानिधि हॉस्पिटल के अलावा मॉर्डन पैथोलॉजी, साधना जांच केंद्र, न्यू सिटी जांच केंद्र, साइंटीफिक पैथोलॉजी, एकता पैथोलॉजी, मुस्कान डेंटल क्लिनिक के नाम शामिल हैं। सीएमओ डॉ. एके पाण्डेय ने कहा है कि जो शासनादेश के नियमों का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।