MP: मध्य प्रदेश (MP) के खंडवा में अस्पातल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। यहां अस्पताल के प्रक्रियात्मक में देरी होने का कारण डोंगरी गांव की रहने वाली एक महिला को अस्पताल के बाहर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। महिला के पति रितेश ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए मीडिया को बताया कि उसकी पत्नी छाया को बार-बार प्रयास करने के बावजूद प्रक्रियात्मक देरी के कारण अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा सका।
सोमवार की देर रात छाया को प्रसव पीड़ा हुई जिसके बाद उसे रात 11 बजे जिला अस्पताल लेकर आए। उसे बहुत दर्द हो रहा था लेकिन अस्पताल में महिला को भर्ती नहीं किया गया। इतने दर्द में अस्पताल कर्मियों ने महिला को बाहर घूमने के लिए कहा।
डॉक्टरों और नर्सों से विनती करने के बाद अस्पताल में नहीं किया भर्ती (MP)
गर्भवती महिला अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों से हाथ जोड़कर विनती करती रही कि उसे अस्पताल में भर्ती किया जाये। उसे बहुत तेज प्रसव पीड़ा हो रही है। लेकिन इसके बावजूद महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। रात भर गर्भवती महिला अस्पताल के बाहर ही पड़ी रही। पति रितेश ने भी स्वास्थ्य कर्मियों से कितना आग्रह किया लेकिन फिर भी उन्होंने गर्भवती को अस्पताल में भर्ती नहीं किया। मंगलवार की सुबह तेज दर्द के साथ ही महिला को अस्पताल के बाहर ही बच्चा पैदा हो गया। पूरे अस्पताल परिसर में इसको लेकर हंगामा हो गया।
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अस्पताल प्रबंधन ने अपनी गलती छिपाने के लिए बाद में जज्जा और बच्चा दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया। इस घटना के संबंध में खंडवा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी शरद हार्ने ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।