बठिंडा। स्थानीय सिविल अस्पताल के बाहर फंगस लगी दवा बेची जा रही है। इस बारे में ड्रग विभाग को शिकायत भी की गई है। शहर वासी नरेश कुमार ने बताया कि उसने अपने बच्चे को सिविल अस्पताल में एक डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने कुछ मेडिसिन लिखी। नरेश ने सिविल अस्पताल के बाहर स्थित मेडिकल स्टोर से ये दवा खरीदी। उसने घर जाकर ध्यान से देखा कि दवा में कुछ तैर रहा है। नरेश मेडिसिन की सील खोले बगैर तुरंत मेडिकल स्टोर पर गया और इसकी शिकायत की। दुकानदार ने मेडिसिन को रिप्लेस करने करने से इनकार कर दिया। ग्रो ब्राइट नामक यह दवा ७५ रुपए की है।
नरेश ने बताया कि जब वह उक्त दवा की शीशी को लेकर ड्रग विभाग के पास गया तो ड्रग विभाग के अधिकारी भी मेडिसिन को देख कर हैरान रह गए। उन्होंने भी माना कि मेडिसिन की गुणवत्ता सही नहीं है। विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वह उक्त मेडिसिन के सैंपल भरेंगे व उसे जांच के लिए लैब में भेजेंगे। रिपोर्ट आने के बाद ही विभाग अगला एक्शन लेगा। इस संबंध में ड्रग जोनल अथॉरिटी लखवंत सिंह का कहना है कि उनके पास शिकायत आई है। उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगी दी है कि वह मेडिकल स्टोर से मेडिसिन का सैंपल लें व जांच के लिए उसे लैब भेजे। उन्होंने कहा कि लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने वाली कंपनी के खिलाफ विभाग सख्त एक्शन लेगा।