बीएचयू अस्पताल के एमएस पर महिला कर्मचारियों ने वार्ड के निरीक्षण के दौरान अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। इसके बाद महिला कर्मचारी ने लिखित शिकायत महिला शिकायत प्रकोष्ठ को दी है।

प्रकोष्ठ के चेयरमैन को 30 सितंबर को शिकायती पत्र देने के साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरमैन को भी इसकी एक कॉपी भेजी गई है। इस पत्र में छह महिला कर्मचारियों ने 5 पॉइंट वाली शिकायत पत्र के आधार पर न्याय संगत कार्रवाई की गुहार लगाई है। शिकायत प्रकोष्ठ में उनका पत्र प्राप्त हो गया है।

एमएस के.के गुप्ता के अनुसार उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि कौन क्या कह रहा है। उन्होंने किसी से कुछ कहा नहीं है। अस्पताल की महिला कर्मचारियों ने शिकायत दी थी महिला शिकायत प्रकोष्ठ में की है। इसमें एमएस के के गुप्ता पर आरोप लगा है कि वार्ड में निरीक्षण के दौरान मरीजों और उनके तीमारदारों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के सामने ही वह सही तरीके से बात नहीं करते हैं। गलियारे और लिफ्ट में किसी महिला कर्मचारी को देखने के बाद लोगों के सामने उस पर अभद्र टिप्पणी करते हैं।

इसके साथ ही कर्मचारियों का आरोप है कि निरीक्षण के दौरान कुर्सी चले जाने की भी धमकी देते हैं। इस बारे में महिला शिकायत प्रकोष्ठ के चेयरमैन प्रोफेसर रोयना सिंह का कहना है कि अस्पताल की कुछ महिला कर्मचारियों ने समूह में एक शिकायती पत्र दिया है। नियमानुसार एक कर्मचारी को शिकायत आनी चाहिए। शिकायत करने वाले सभी कर्मचारियों से संपर्क कर उन्हें अलग-अलग शिकायत देने के लिए कहा गया है। इसके बाद कारर्वाई की जाएगी।