सतना। मध्यप्रदेश के सतना में कलेक्टर मुकेश शुक्ला उस वक्त नाराज हो गए जब उन्हें अमरपाटन एनआईसी खाली मिला। गत दिवस कलेक्टर मुकेश शुक्ला ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर और अमरपाटन का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके सामने कई खामियां आई, जिसपर उन ने अधिकारियों को सुविधाएं बेहतर करने के निर्देश दिए।

निरीक्षण करने आए कलेक्टर ने सबसे पहले अमरपाटन सीएचसी में ओपीडी, मेटरनिटी वार्ड, एनवीएसयू, प्रसव कक्ष, प्रसव पूर्व जांच कक्ष, एनआरसी, एलटीटी और एनएसवी ऑपरेशन कक्ष, पुरुष और महिला मेडिकल वार्ड, ओटी कक्ष की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने दवा वितरण कक्ष में बांटी जा रही दवाइयों की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली।

अमरपाटन की एनआरसी में केवल 3 कुपोषित मासूम भर्ती और बाकी बेड खाली थे। जिसपर सीडीपीओ महिला बाल विकास को फटकार लगाते हुए कलेक्टर ने चिह्नित बच्चों को शीघ्र केंद्र में दाखिल कराने के निर्देश दिए।

अमरपाटन के बाद कलेक्टर मुकेश शुक्ला ने सीएचसी रामनगर में भी दवा वितरण कक्ष, स्टोर रूम, पैथोलॉजी जांच कक्ष, मेटरनिटी वार्ड, मेडिकल वार्ड सहित एक्स-रे कक्ष का निरीक्षण किया। मुकेश शुक्ला ने मरीजों से सुविधाओं को लेकर बातचीत भी की।

इसके साथ ही कलेक्टर ने अमरपाटन और रामनगर में एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार के राजस्व कोर्ट का जायजा लिया। राजस्व प्रकरणों के पंजीयन और निराकरण को लेकर कलेक्टर ने साफ किया कि कोई भी राजस्व प्रकरण बिना आरसीएमएस सिस्टम में पंजीयन के नहीं रहना चाहिए।