बालाेद। जिला मुख्यालय के कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीज को जुलाई में एक्सपायर हो चुके ग्लूकोज बॉटल चढ़ाए जाने के मामले में जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम जांच करेंगे। इस संबंध में कलेक्टर जनमेजय महोबे ने आदेश जारी कर अस्पताल में कार्यरत स्टाॅफ नर्स द्वारा कोरोना संक्रमित मरीज को एक्सपायरी डेट का ग्लूकोज चढ़ाए जाने की घटना के संबंध में सूक्ष्मता से विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन 3 दिन के भीतर प्रस्तुत करने के लिए एसडीएम (राजस्व) बालोद को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।

दरअसल जब तक यह हंगामा होता तबतक संक्रमित मरीज को 4 एक्सपायरी ग्लूकोस का बॉटल चढ़ाया जा चुका था। जब वीडियो वायरल हुआ और प्रशासन की थू थू होने लगी तब प्रशासन जागा और बॉटल लगाने वाली नर्स तारिणी साहू को बर्खास्त कर दिया गया। हालांकि जिस स्टोर कीपर में उसे एक्सपायरी ग्लूकोस की बोतलें दी थी अबतक उसपर कोई आंच नहीं आई है। दरअसल कोविड अस्पताल और बगल में संचालित जिला अस्पताल में दवाई सप्लाई के लिए दवाई भंडार कक्ष है। इसके प्रभारी जीआर बंजारे हैं। इनके 4 से 5 सहयोगी हैं। जो डिमांड अनुसार दवाई सप्लाई करते हैं। यहीं से एक्सपायरी ग्लूकोज देख लिया जाना था।

लेकिन यहां लापरवाही बरती गई। जिसके बाद यह कोविड स्टाफ कक्ष तक पहुंचा। यहां भी किसी ने जांच नहीं की। इसके बाद नर्स ने संक्रमित मरीजों को चढ़ा दिया। चार बॉटल चढ़ने के बाद एक मरीज का ध्यान इस ओर गया तब जानकारी दी गई। बहरहाल इस मामले में जांच जारी है। बताया जा रहा है कि नर्स तारिणी साहू संविदाकर्मी है । हालांकि कलेक्टर बालोद ने पूरे मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं लेकिन मरीजों का कहना है कि उस स्टोर कीपर पर भी कार्रवाई होनी चाहिए जिसने एक्सपायरी ग्लूकोस सप्लाई किया।

बहरहाल जिला प्रशासन सूत्रों के अनुसार जल्द स्टोरकीपर पर भी एक्शन लिया जा सकता है। इस मामले में अब तक नर्स पर ही कार्रवाई हुई है। जबकि सिर्फ नर्स की ही गलती नहीं है बल्कि ग्लूकोज देने वाले भी जिम्मेदार है। जिसमें स्टोर कीपर भी शामिल है। गौरतलब है कि डेक्सट्रोज इंजेक्शन आईपी (5%डब्लूवी) 500 एमएल ग्लूकोज बॉटल को बालोद निवासी गुंडरदेही थाना में पदस्थ सब इंस्पेक्टर, सरेखा निवासी कवर्धा जिले के तेलीटोला बी. बटालियन के जवान और पर्रेगुड़ा निवासी किसान पर चढ़ाया था।