यमुनानगर /अम्बाला, बृजेंद्र मल्होत्रा। यमुनानगर विवेकानंद अस्पताल के परिसर में दवा की दुकान के समक्ष उन्ही के स्कूल की बसें खड़ी कर देने से रोगियों के दवा खरीदी करने में हो रही परेशानी बारे केमिस्ट को जनहित में बसें हटवाने की मांग की। इस पर केमिस्ट ने रोगियों को हो रही परेशानी के बारे अस्पताल संचालक कमल कांत को दुकान के सामने से बसें हटवाने की गुहार लगाई। बताया गया कि कमलकांत ने आवेश में आकर बसें हटवाना तो दूर अपने कारिंदों के साथ केमिस्ट शॉप संचालक पर अपनी मौजूदगी में हमला करवा दिया। कारिंदों ने जहां दुकान में जमकर तोडफ़ोड़ की, वहीं अस्पताल संचालक भारत, उसकी पत्नी व उसकी मां को गंभीर चोटें लगी। भारत की पत्नी की बाजू भी टूट गई। इस मौके पर दुकान के कर्मचारियों ने पुलिस को कई बार फोन लगाए। पुलिस ने मौके पर आना उचित नहीं समझा। पुलिस अधीक्षक को भी तीन बार फोन लगाया। पुलिस अधीक्षक ने आश्वस्त किया कि पुलिस आ रही है परंतु पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची और कारिंदों का कहर जारी रहा।
करीब 2 घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। उस समय केमिस्ट शॉप संचालक परिवार सहित अस्पताल में उपचार ले रहा था। डॉक्टरों के बुलावे पर पुलिस अस्पताल पहुंची तथा बयान दर्ज किया। अस्पताल संचालक के कारिंदों को पुलिस ने मौका संभालने की गरज से गिरफ्तार कर लिया। कमलकांत को उसकी पहुंच का फायदा पहुंचाते हुए दोस्ताना व्यवहार किया, उसे आरोपी नहीं बनाया जिस कारण केमिस्ट परिवार को जान-माल का खतरा बना हुआ था।
जिलेभर के केमिस्ट जिला अध्यक्ष एवं हरियाणा स्टेट केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मनजीत शर्मा की अगुवाई में पुलिस अधीक्षक से मिले तथा थानाध्यक्ष द्वारा उचित कार्यवाही ना करने बारे बताया। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच डीएसपी को सौंप दी। उन्होंने संगठन के पदाधिकारियों से बात अवश्य की परंतु कमल कांत को जांच में शामिल होने से रोकने के लिए कुछ दिनों शहर से दूर रहने की तरकीब सुलझा दी ताकि दवा व्यवसाई समय के अंतराल पर मामले को भूल जाएं। जिला यमुनानगर केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष द्वारा प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि कमल कांत जो मुख्य सूत्रधार है। उस पर कार्यवाही नहीं की तो यमुनानगर में जिला स्तरीय हड़ताल हो जाएगी यदि कोई अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी। ऐसे में प्रशासन के हाथ-पांव फुले तो यमुनानगर केमिस्ट एसोसिएशन से सम्पर्क साधा कि उनकी हर मांग को मान लेंगे। यह पुलिस का पैंतरा निकला। 48 घण्टे निकल जाने के बाद बताया कि कमलकांत 28 या 29 को यमुनानगर आएगा। यदि वह खुद पुलिस के पास आया तो ठीक अन्यथा पुलिस उसे गिरफ्तार कर संगठन के सामने लाएगी। संगठन की सहमति से आगे की कार्यवाही की जाएगी । संगठन ने बताया कि 29 तक का समय पुलिस प्रशासन का उसके बाद कड़ा कदम उठा लेंगे । यह चिंगारी पूरे परदेश मे फैल जाएगी, किसी भी अनहोनी की जिम्मेदारी यमुनानगर प्रशासन की होगी ।