लखनऊ। शहर में नारकोटिक्स दवाओं की अवैध बिक्री का मामला सामने आया है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने आठ मेडिकल स्टोर पर जांच के बाद उनके लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं। इसके अलावा चार दवा दुकानदारों को नोटिस जारी किया गया है। सहायक ड्रग आयुक्त मंडल रमाशंकर ने बताया कि बीते माह जुलाई में कई मेडिकल स्टोरों पर छापा मारा गया था। इस दौरान कई स्टोरों पर फार्मासिस्ट मौजूद नहीं मिले। वहीं, दवाओं की खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड सही नहीं पाए गए। इसके अलावा नारकोटिक्स व शेड्यूल-एच की दवाओं की बिक्री में भी घालमेल मिला। इन दवाओं की ब्रिकी का रिकॉर्ड सही नहीं था। लिहाजा, नियमों को ताक पर रखकर दवाएं बेची गईं। इसके साथ ही एक्सपायरी दवाओं का दुकानों पर जखीरा भी बरामद किया गया। दवाओं को तय समय में नॉन एक्सपायरी से अलग नहीं किया गया। लिहाजा गोमतीनगर, अमीनाबाद आदि इलाकों की कुल आठ दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए। इसके अलावा चार को नोटिस जारी किया गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर इन मेडिकल स्टोरों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। ये लाइसेंस एक माह तक निलंबित रहेंगे। ड्रग टीम ब्लड बैंकों पर भी छापामारी कर सकती है। हाल में ही एक निजी ब्लड बैंक में छापा मारा गया था। यहां तमाम खामियां मिलीं। ऐसे में ब्लड बैंक को नोटिस जारी किया गया है।