भागलपुर। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि भारत में आपातकालीन मेडिसिन के विकास और गुणवत्ता सुधार के लिए भारत सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग विभिन्न स्तरों पर काम कर रहा है। आपातकालीन मेडिसिन पर बेंगलुरू में चल रहे राष्ट्रीय सम्मेलन में चौबे ने भारतीय इमरजेंसी मेडिसिन सोसायटी को बधाई देते हुए कहा कि इमरजेंसी मेडिसिन जैसे बढ़ते हुए लोक महत्व के विषय पर वर्ष 2000 से ही इस सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। यह संस्था राष्ट्रीय जनादेश के अनुरूप देश में आपातकालीन स्वास्थ्य देखभाल के लिए वर्ष 2011 से लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष सम्मेलन में चर्चा के लिए 3 विषय रखे गए। ये हंै सहमति, विकास एवं इनोवेशन। मुझे विश्वास है कि अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में संस्था सफल होगी। भारत में इमरजेंसी मेडिसिन सर्विसेज की विधिवत शुरुआत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से वर्ष 2005 में हुई। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि विश्व के उन्नत देशों जैसे अमेरिका, इंग्लैंड और इजराइल ऐसी इमरजेंसी मेडिकल व्यवस्था अभी देश में स्थापित करना हमारे लिए एक चुनौती है। यह चुनौती तब और भी विकट हो जाती है जब हमारे देश में करीब 9.2 फीसदी मौतें दुर्घटनाओं के कारण होती है।