जब भी सुरक्षित शारीरिक सबंध बनाने की बात आती है तब सबसे पहले विकल्प के तौर पर कॉन्डोम को प्राथमिकता दी जाती है। सेफ इंटिमेट रिलेशनशिप के लिए कॉन्डोम का इस्तेमाल काफी जरूरी है। इसकी महत्ता को लेकर चर्चा करने की जरूरत नहीं है। मगर यहां सवाल है कि क्या सेफ्टी बढ़ाने के लिए एक साथ दो कॉन्डोम का इस्तेमाल किया जा सकता है? अगर हां, तो ऐसा करना कितना सुरक्षित है।

कॉन्डोम के असफल होने की संभावना

इंटिमेट रिलेशनशिप के दौरान कॉन्डोम का इस्तेमाल करने वाले कई लोगों ने शिकायत की है कि इंटरकोर्स के दौरान प्रोटेक्शन ब्रेक होकर लीक हो जाता है। वैसे इस तरह की समस्या अपवाद के रूप में ही सामने आती है। दरअसल कॉन्डोम बनाने की प्रक्रिया के दौरान काफी सावधानी बरती जाती है ताकि इसका इस्तेमाल करने वाले लोगों को अनचाहे गर्भ का खतरा ना हो।

सुरक्षा के लिए प्रोटेक्शन का इस्तेमाल जरूरी

अनचाहे गर्भ ही नहीं, सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज के मामले में भी कॉन्डोम काफी सुरक्षित माने जाते हैं। केवल कॉन्डम फेल्यॉरिटी की वजह से अनचाहे गर्भ के कुछ मामले होते हैं मगर इनका प्रतिशत बेहद कम है।

इस्तेमाल करने में सुविधाजनक

शारीरिक संबंध बनाने के दौरान पुरुषों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कॉन्डोम का दूसरे गर्भनिरोधक उपायों की तुलना में ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।इसका डिज़ाइन ऐसा बनाया गया है जिसमें सीमन के स्टोर करने के लिए जगह मिलती है। इससे महिला पार्टनर के शरीर में स्पर्म पहुंचने का खतरा नहीं रहता है।

क्या डबल कॉन्डोम है बेहतर ऑप्शन

वैसे डबल प्रोटेक्शन के इस्तेमाल में किसी तरह की दिक्कत नहीं है। एक साथ दो कॉन्डोम पहनने के बाद फिजिकल रिलेशन बनाने वाले लोगों ने अपने अनुभव के बारे में बताया कि ऐसा करने से फ्रिक्शन ज्यादा होता है।

सेफ्टी के मामले में क्या है रिस्पॉन्स

यदि आप लीकेज के डर से एक साथ दो कॉन्डोम का इस्तेमाल करने के बारे में सोच रहे हैं तो शायद आप गलत हो सकते हैं। हो सकता है एक कॉन्डोम के ऊपर दूसरे प्रोटेक्शन का इस्तेमाल से वो उस पर सही से फिट ना बैठे। ऐसा करने से लीकेज का खतरा कम होने के बजाय बढ़ सकता है।