पानीपत। स्थानीय मेडिकल स्टोर पर स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी मामले में जिले के दवा दुकानदार दो गुटों में बंट गए हैं। एक गुट के दवा व्यापारियों ने ड्रग इंस्पेक्टर का समर्थन करते हुए एसोसिएशन के प्रधान को कटघरे में खड़ा कर दिया है। गौरतलब है कि डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. मुनीष गोयल व ड्रग इंस्पेक्टर रितु महेला ने फतेहपुरी चौक के पास स्थित मेडिकल ब्यूरो नामक मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कर शेड्यूल एच-वन की कुछ दवाओं के नमूने लिए थे। स्टोर संचालक सतपाल सिंह के बुलावे पर जिला कैमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन, पानीपत के अध्यक्ष करतार सिंह मक्कड़, शहर विधायक रोहिता रेवड़ी के पीए सर्बजीत सिंह सहित अनेक दुकानदारों ने मौके पर पहुंचकर छापेमारी का विरोध किया।
दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप और हाथापाई की नौबत बन गई थी। इस मामले में कुछ दवा व्यापारियों की बैठक हुई। व्यापारियों ने ड्रग इंस्पेक्टर रितु को ईमानदार अधिकारी बताकर उनका समर्थन किया। एसोसिएशन के पूर्व प्रधान कुलदीप कादियान व सुरेंद्र गुप्ता ने करतार सिंह मक्कड़ को प्रधान न मानकर, उस पर अधिकारियों के नाम की वसूली करने के आरोप भी लगाए। बैठक में मुनीष कुमार, बाबूराम, मनोज ठकरान व सुरेंद्र मौजूद रहे। इस संबंध में जिला केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन पानीपत के प्रधान करतार सिंह मक्कड़ का कहना है कि आरोप लगाना आसान है लेकिन उसे साबित करना मुश्किल है। अधिकारियों के नाम पर वसूली करने का आरोप लगाने वाले दवा विक्रेता एक भी व्यक्ति को सामने लाएं, जिससे वसूली की गई हो तो आरोपों में दम है। उधर, सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने कहा है कि मेडिकल ब्यूरो से लिए गए दवा सैंपल व रिकॉर्ड की जांच की जाएगी। सरकारी काम में बाधा डालने वाले लोगों पर केस दर्ज कराएंगे। भविष्य में छापेमारी के दौरान पुलिस टीम भी साथ रहेगी।