गिरीडीह। आयुर्वेदिक दवाओं से यौन रोगों का इलाज करने का दावा करने वाले आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. आर.के. मिश्रा के किराए के कमरे पर सदर एसडीएम राजेश प्रजापति ने छापेमार की। टीम ने रेड के दौरान करीब 10 किलो आयुर्वेदिक दवाओं को जब्त किया। जिस कमरे में आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. मिश्रा व उसके सहयोगी प्रेमनाथ रह कर दवाओं को जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बेचते थे, उसे भी सील कर दिया गया। हालांकि दवा सही है या नकली, इस पर अधिकारियों ने फिलहाल कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। डॉक्टर व उसके सहयोगी कमरे में जब्त दवाओं को उत्पाद अधीक्षक अवधेश सिंह, उत्पाद निरीक्षक अनूप पाठक ने सील कर लैब जांच के ले गए। इधर जिस कमरे में चिकित्सक व उसके सहयोगी रह कर दवाओं का कारोबार करते थे, वह शहर के बक्सीडीह निवासी भूदेव चौधरी का घर है। जहां यूपी के प्रतापगढ़ के कुंडा निवासी डा. आरके मिश्रा के सहयोगी प्रेमनाथ रहते थे।
दरअसल, सदर एसडीएम को गुप्त सूचना मिली कि भूदेव चौधरी के घर पर एक आयुर्वेदिक चिकित्सक कमरा लेकर रह रहा है और आयुर्वेदिक दवाओं के नाम पर आपत्तिजनक दवाओं का धंधा कर रहा है। सूचना के आधार पर एसडीएम प्रजापति पहले सदर प्रखंड के सीओ धीरज ठाकुर और डीएसपी नवीन सिंह और नगर थाना प्रभारी सहदेव प्रसाद के साथ पहुंचे और छापेमारी शुरू किया। एक साथ इतने वाहन को गली में रुकते देख स्थानीय लोग भी हड़बड़ा गए। इसके बाद भूदेव चौधरी के घर के बाहर काफी संख्या में स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई। स्थानीय लोगों की भीड़ के बीच ही एसडीएम के निर्देश पर भूदेव चौधरी के घर के उन कमरों को खंगाला गया, जहां डा. मिश्रा व उसके सहयोगी सात माह से करीब रहकर इन दवाओं को बेचने का गोरखधंधा शुरू किया। एसडीएम की पूछताछ के दौरान डा. मिश्रा के सहयोगी प्रेमनाथ ने बताया कि चिकित्सक डॉ. मिश्रा महीने में एक बार ही आते हैं। जबकि इन दवाओं को वह बेचा करता था।