नई दिल्ली। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के डॉक्टर्स शुक्रवार को राष्‍ट्रव्‍यापी हड़ताल पर हैं। IMA के मुताबिक हड़ताल सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक होगी। इस दौरान सभी गैर-आपातकालीन और गैर-कोविड मेडिकल सेवाएं ठप रहेंगी। हालांकि आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं जारी रहेंगी। कोविड अस्पताल, ICU, दुर्घटना और मैट्रनिटी होम्स और नवजात ICU हमेशा की तरह काम करेगा। IMA ने दावा किया कि इस हड़ताल से कोरोना मरीजों का इलाज प्रभावित नहीं होगा।

केंद्र सरकार ने हाल ही में फैसला किया कि आयुर्वेद के डॉक्टर्स भी अब सर्जरी कर सकेंगे। सरकार के इसी फैसले के खिलाफ IMA के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजन शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद छात्रों को सर्जरी करने की अनुमति देने से सरकार मिश्रितपैथी को जन्म दे रही है। इससे आने वाले दिनों में चिकित्सा पेशा भी खतरे में पड़ सकता है। सरकार को तत्काल इस पर रोक लगानी चाहिए। IMA की हड़ताल पर इंटिग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आर पी पाराशर का कहना है कि जिस अनुमति को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहाहै वो गलत है। डॉ. आर पी पाराशर ने कहा कि आयुर्वेद ने पूरी दुनिया को सर्जरी दी है। अब अगर सरकार आयुर्वेदिक डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति देती है तो इसमें गलत क्या है? आयुर्वेद चिकित्सकों का यह अधिकार है जिसे सरकार ने दिलाया है। इससे पहले IMA ने एलोपैथ यानी आधुनिक चिकित्सा को सुरक्षित रखने के लिए 8 दिसंबर को प्रदर्शन भी किया था।

आईएमए के अनुसार देश में 10 हजार क्लीनिक, डिस्पेंसरी और अस्पतालों में डॉक्टरों की हड़ताल रहेगी। आईएमए ने कहा कि अगर सरकार ने इस पर संज्ञान नहीं लिया तो विरोध प्रदर्शन और तेज होगा। महाराष्ट्र में IMA की 219 शाखाओं के 45,000 डॉक्टरों सहित महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल से पंजीकृत 110,000 डॉक्टर भी आंदोलन में भाग लेंगे। इसके अलावा महाराष्ट्र में 36 सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों से 15,000 मेडिकल छात्र जो MBBS की पढ़ाई कर रहे हैं वे IMA के मेडिकल स्टूडेंट्स नेटवर्क (MSN) की विंग की ओर से सक्रिय रूप से भाग लेंगे। साथ ही महाराष्ट्र में सरकारी और निजी कॉलेज के अलावा कई प्रतिष्ठित अस्पतालों के 15,000 जूनियर डॉक्टर जो प्राइवेट कॉलेजों से पोस्ट-ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे हैं, भी महाराष्ट्र रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (MARD) की ओर से और IMA के विंग जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क (JDN) सक्रिय रूप से शामिल होंगे।