चंडीगढ़। पंचकूला में प्रदेश का पहला आयुष मेडिकल कॉलेज स्थापित होगा। मेडिकल कॉलेज की स्थापना केंद्र सरकार की परियोजना के तहत होगी। माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड ने कॉलेज की स्थापना के लिए 20 एकड़ जमीन आयुष मंत्रालय को देने का प्रस्ताव भी पास कर दिया है। बोर्ड के इस प्रस्ताव पर शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन मुहर लगा चुकी हैं। अब अंतिम मंजूरी के लिए यह फाइल मुख्यमंत्री के पास भेजी गई है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मंजूरी मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज की स्थापना का रास्ता पूरी तरह से साफ हो जाएगा। मेडिकल कॉलेज की स्थापना पर लगभग 300 करोड़ रुपए खर्च होंगे। राज्य में आयुष के डॉक्टर तैयार करने वाला यह पहला मेडिकल कॉलेज होगा। पंचकूला में मेडिकल कॉलेज की डिमांड लम्बे समय से चल रही थी। शहर के लोगों को दोहरा तोहफा मिला है। एक ओर आयुष का मेडिकल कॉलेज और दूसरी ओर राज्य का स्वास्थ्य मंत्रालय भी पंचकूला के 300 बैड वाले नागरिक अस्पताल को अपग्रेड करके मेडिकल कॉलेज बनाने का फैसला कर चुका है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस मेडिकल कॉलेज के लिए जगह की तलाश की जा रही है। यानी अब पंचकूला शहर में दो-दो मेडिकल कॉलेज होंगे।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज द्वारा राज्य के सभी जिलों में एक-एक मेडिकल कॉलेज खोलने का ऐलान किया हुआ है। सिरसा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए अनिल विज डेरा सच्चा सौदा के गुरमीत राम रहीम से भी मुलाकात कर चुके हैं। इसी तरह से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (अमृतसर) द्वारा कुरुक्षेत्र के शाहबाद के मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जा रहा है।
इससे पहले सरकार कुरुक्षेत्र में चल रहे श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक कॉलेज को श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी बनाने का फैसला कर चुकी है। इसके लिए विधानसभा में बिल भी पास हो चुका है। निकाय विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आयुष मेडिकल कॉलेज के लिए श्राइन बोर्ड द्वारा लीज पर जमीन उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए केवल कुछ रुपए टोकन मनी के रूप में लिए जाएंगे।