RBM Hospital: राजस्थान के भरतपुर में स्थित आरबीएम हॉस्पिटल (RBM Hospital) में गुरुवार की शाम इंजेक्शन लगते ही 6 मरीजों की हालत बिगड़ गई। हॉस्पिटल के हड्डी विभाग में भर्ती मरीजों को ड्यूटी नर्सिंग स्टाफ ने शाम का ट्रीटमेंट लगाया था। तभी अचानक 6 मरीजों की एक के बाद एक तबियत बिगड़ गई और उन्हें कंपकंपी आने लगी। इस मामले की सूचना प्राप्त होते ही मौके पर पहुंचे डा. सुनील एरन ने रिएक्शन रोकने के लिए हाईड्रोकोर्टिसोन इंजेक्शन व एविल डेक्सोना इंजेक्शन लगाए। तब जाकर मरीजों की हालत में थोड़ा सुधार हुआ। इस मामले के बाद एंटीबायोटिक इंजेक्शन और डिस्टिल वाटर के सैंपल सुरक्षित रख लिए और उस बैच के इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है।
इंजेक्शन और डिस्टिल वाटर पर लगी रोक (RBM Hospital)
अधीक्षक डा. के.सी. बंसल ने इस मामले को लेकर कहा कि कई बार बोतल चढ़ाने के दौरान राइगर होने पर मरीजों को कंपकंपी होने लगती है ऐसा इंजेक्शन लगाने के बाद भी होता है। लेकिन जिस एंटीबायोटिक सेफ्ट्रिक्सोन इंजेक्शन के लगाने से मरीजों को परेशानी हुई वह तो अन्य कई मरीजों को भी उसी समय लगाए गए थे। ऐसी स्थिति में इंजेक्शन के खराब होने के चांस कम लगते हैं, लेकिन डिस्ट्रिल वाटर में कोई कमी हो तो जांच करा लेंगे कोई फंगस या अन्य कारण तो नहीं है। फिलहाल उनके सैंपल ले लिए हैं और इस बैच वाले इंजेक्शन के इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगा दी है। इसके कारणों का पता लगाया जाएगा।
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इंजेक्शन लगाने के बाद इन मरीजों की हालत बिगड़ी
एंटीबायोटिक इंजेक्शन और डिस्टिल वाटर लगाने के बाद जिन मरीजों की हालत बिगड़ी है उनके नाम इस प्रकार हैं- लुहासा नदबई निवासी रघुवीर, श्रीनगर रूपवास निवासी पुष्पेंद्र, भुसावर निवासी वीरु, भवनपुरा जघीना निवासी कृष्ण गोपाल, मेड़था रूपवास निवासी रामनरेश, छोटी भांडोर निवासी खुशबू। हड्डी वार्ड में भर्ती इन मरीजों को इंजेक्शन लगते ही इनकी हालत बिगड़ गई।