मुफ्त दवा योजना में इंजेक्शन सप्लाई करती है यह कंपनी
जयपुर: इंदौर की दवा निर्माता कंपनी नंदनी मेडिकल लेबोरेट्री के अमीकासीन सल्फेट इंजेक्शन (250 एमजी) के 7 सैंपल स्टरिलिटी में फेल मिले हैं। यह कंपनी मुफ्त दवा योजना के तहत जीवाणु (बैक्टीरिया) का संक्रमण रोकने में दी जाने वाली दवा सप्लाई करती है। कंपनी की दवा में ही बैक्टीरिया मिलने का पता चला है। डॉक्टरों के अनुसार इस तरह के इंजेक्शन के खून में जाने पर संक्रमण का खतरा और ’यादा बढ़ जाता है। इससे मरीज की मौत भी हो सकती है। इस बारे में ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक का कहना है कि इंदौर स्थित कंपनी नंदनी मेडिकल लेबोरेट्री के अमीकासीन सल्फेट इंजेक्शन की जयपुर की सेठी कॉलोनी स्थित लैब की जांच में स्टरिलिटी में फेल हुआ है। राजस्थान के औषधि नियंत्रण अधिकारियों को संबंधित बैच नंबर की दवाओं का स्टॉक जब्त करने के लिए कहा है। न्यायिक कार्यवाही भी की जाएगी। मध्यप्रदेश के ड्रग कंट्रोलर को भी निर्माता कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लिखा है।
कंपनी की गंभीर लापरवाही
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) डॉ. जीएन सिंह का कहना है कि एक के बाद एक 7 सैंपल स्टरिलिटी में फेल होना निर्माता कंपनी की गंभीर लापरवाही है। पिछले साल सात रा’यों के ड्रग रेग्यूलेटर्स ने देश की 18 बड़ी कंपनियों की 27 दवाओं की जांच कराने पर क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गई थी। इनमें गलत लेबल लगाना, गलत मात्रा, घटिया गुणवत्ता, नमी आदि मिली थी।