नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने की घोषणा की है। पीएम मोदी ने देशवासियों को सात मंत्र दिए हैं जिनमें एक मंत्र इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का भी है। पीएम मोदी ने कहा कि अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी और काढ़ा का निरंतर सेवन करें। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय ने ये बताए तरीके –
सुबह 10 ग्राम यानी एक चम्मच च्यवनप्राश का सेवन करें। यदि आपको मधुमेह है तो शुगर फ्री च्यवनप्राश का सेवन करें।
गोल्डेन मिल्क (हल्दी दूध) -150 मिलीलीटर गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर दिन में एक या दो बार पीएं।
तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सूखी अदरक और मुनक्का से बनी हर्बल चाय/काढ़ा दिन में एक या दो बार पीएं।
विटामिन सी- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली चीजों में विटामिन सी का नाम प्रमुखता से आता है। विटामिन सी सबसे ज्यादा खट्टे फलों में मौजूद होता है जैसे संतरा, मौसमी, किन्नू, स्ट्रॉबेरी, जामुन, नींबू और आंवला। विटामिन सी शरीर में श्वेत रक्त कोशिका को बनाता है जो कि इंफेक्शन से लडऩे में शरीर की मदद करता है।
हल्दी- हल्दी के बारे में तो आपलोग जानते ही हैं कि आपकी रसोई में इससे बढिय़ा कोई दवा नहीं है। हल्दी को दर्द निवारक भी कहा जाता है, इसीलिए चोट लगने पर हल्दी और चूने का लेप लगाया जाता है। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हल्दी का सेवन नियमित रूप से करें।
अदरक- अदरक एक गर्म खाद्य पदार्थ है। कफ और खांसी के इलाज में इसे रामबाण कहा गया है। अदरक का सेवन आपको इंफेक्शन और फ्लू से बचाता है। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आप अदरक का सेवन सब्जी, चाय, काढ़ा आदि के रूप में कर सकते हैं। अदरक कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित रखता है और पुराने दर्द में भी काम करता है।
लहसुन- लहसुन को तामसी भोजन में शामिल किया गया है लेकिन यह एक औषधी है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में लहसुन काफी मददगार है। नेशनल सेंटर फॉर कॉम्प्लिमेंटरी एंड इंटीग्रेटिव हेल्थट्रस्टेड के अनुसार, लहसुन निम्न रक्तचाप और धमनियों को सख्त बनाने में मदद करता है। लहसुन में एलिसिन पाया जाता हो जो कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
पालक- पालक आपको सब्जी की किसी भी दुकान पर मिल जाएगा। पालक विटामिन सी का सबसे बड़ा स्रोत है। इसमें कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली की संक्रमण से लडऩे की क्षमता को बढ़ाते हैं। पालक को धीमी आंच पर पकाना चाहिए, नहीं तो इसमें मौजूद पोषकतत्व नष्ट हो जाएंगे।