नई दिल्ली। सिगरेट का सेवन करने वाले लोग सावधान हो जाएं। एक अध्ययन में पता चला है कि इसकी लत से मुंह की कोशिकाओं के डीएनए में बदलाव आ सकता है। इससे कैंसर का खतरा बढऩे की भी आशंका रहती है। ई-सिगरेट को आमतौर पर सिगरेट का सुरक्षित विकल्प माना जाता है। यह एक तरह की इलेक्ट्रानिक डिवाइस है। इसमें निकोटीन भरा एक तरल पदार्थ गर्म होकर वाष्पीकृत होता है। इसका उपयोगकर्ता सांस के साथ सेवन करता है। अमेरिका की मिनीसोटा यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता रोमेल डेटोर ने कहा किहम उन रासायनिक पदार्थों के बारे में बताना चाहते हैं जिसकी जद में उपयोगकर्ता आते हैं। इसके साथ ही यह भी बताना चाहते हैं कि ये डीएनए को होने वाली क्षति के कारण भी बन सकते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, अध्ययन में शामिल किए गए प्रतिभागियों के लार के नमूने ई-सिगरेट सेवन से पहले और 15 मिनट बाद लिए गए। नमूनों का विश्लेषण किया गया।