अररिया (बिहार)। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पीके केसरी के निजी क्लीनिक में एक्सपायरी दवा पिलाने से डेढ़ माह के शिशु की तबीयत बिगड़ गई। मासूम की हालत नाजुक होने से गुस्साए परिजन व समर्थकों ने विरोध स्वरूप चिकित्सक के क्लीनिक के सामने सडक़ पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया। लगभग दो घंटे तक हंगामा होता रहा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को काफी समझाया। इसके बाद परिजन शांत हुए और स्थिति सामान्य हुई। इधर चिकित्सक के काफी प्रयास के बाद बच्चे की हालत में सुधार आया। इस दौरान अस्पताल के बाहर अफरा-तफरी का माहौल रहा। वहीं, दूसरी ओर हो रहे हंगामे के बीच फारबिसगंज के सीओ संजीव कुमार ने मौके पर पहुंचकर पीडि़त परिजनों सहित चिकित्सक से मामले की जानकारी ली। मामले में बच्चे की मां चांदनी कुमारी एवं पिता अजय कुमार साह ने बताया कि 58 सौ रूपये देकर रोटा वायरस का वैक्सीन सहित अन्य ड्रॉप की खरीद चिकित्सक के निजी दवा दुकान से की गई थी। बच्चे को ड्रॉप देने के बाद दवा के डिब्बों को देखा गया तो वह एक्सपायरी डेट की वेक्सीन पाई गई। इस दौरान बच्चे की तबियत भी बिगडऩे लगी। मामले की जानकारी चिकित्सक को दी तो चिकित्सक ने बच्चे के मुंह में पाइप लगाकर उल्टी कराकर अन्य दवा दी, जिससे बच्चे में सुधार होने लगा। वहीं, डॉ. पीके केशरी ने बताया कि कर्मी की गलती से एक्सपायरी वैक्सीन दे दिया गया था जिसे उपचार कर तुरंत साफ कर दिया गया है। बच्ची खतरे से बाहर है। फिलहाल सीओ व पुलिस ने दवा दुकान को बंद करवा दिया है।