नई दिल्ली। अब एक फार्मासिस्ट के नाम पर कई दवा दुकानों का लाइसेंस हासिल नहीं कर पाएंगे। केंद्र सरकार ने इस गोरखधंधे पर आधार का डंडा चलाने की तैयारी कर ली है। दरअसल, सरकार फार्मासिस्ट की डिग्री आधार से लिंक करने जा रही है, जिससे एक डिग्री एक लाइसेंस का रास्ता साफ होगा। फार्मासिस्ट की नेशनल रजिस्ट्री पर काम शुरू किया गया है जिससे गड़बड़ी करने वाले तुरन्त पकड़े जाएंगे। गौरतलब है कि कई दवा दुकानों पर लाइसेंस होल्डर फार्मासिस्ट नहीं रहते। अब सरकार रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट के आंकड़े जुटाने में लगी है। फिलहाल डिप्लोमा इन फार्मेसी को लाइसेंस मिलता है। बीफार्मा और एमफार्मा को भी लाइसेंस मिलता है। लगातार शिकायतों के बाद सरकार ने ये फैसला लिया है।