छपरा (बिहार)। सहायक औषधि नियंत्रक ने जांच रिपोर्ट के आधार पर जिले की 28 दवा दुकानों के लाइसेंस निलंबित कर दिए है। यह कार्रवाई औषधि निरीक्षकों की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है। जिला सहायक औषधि नियंत्रक सरिता कुमारी ने संबंधित सभी दवा दुकानों के संचालकों से स्पष्टीकरण भी किया है। राज्य औषधि नियंत्रक के निर्देश के आलोक में औषधि निरीक्षकों ने जिले के पांच दर्जन से अधिक दवा दुकानों की जांच की। इनमें से 28 दुकानों में घोर अनियमितता पाई गई है। उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी। इसके अलावा आधा दर्जन अन्य दुकानों पर भी निलंबन की प्रक्रिया चल रही है। जिले के रिविलगंज के पांच, मशरक के चार, इसुआपुर, एकमा, लहलादपुर तथा दिघवारा के एक-एक, गडख़ा के तीन, अमनौर और नगरा तथा मांझी के दो-दो और छपरा शहर के 11 दवा दुकानों के लाइसेंस को निलंबित किया गया है। इन दुकानों में फार्मासिस्ट नहीं पाए गए। फ्रीज चालू नहीं था। कैशमेमो तथा दवा के क्रय-विक्रय में अनियमितता मिली थी। दुकान का लाइसेंस प्रदर्शित नहीं किया गया था। साथ ही दुकान का साइन बोर्ड भी नहीं लगाया गया था। जिला सहायक औषधि नियंत्रक ने बताया कि दवा क्रय-विक्रय के लिए सरकार के दिशानिर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाया जा रहा है और यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। औषधि नियंत्रक की कड़ी कार्रवाई से दवा व्यवसायियों की बेचैनी बढ़ गई है।