राजनंदगांव (छग)। क्रिश्चियन फैलोशिप मोतियाबिंद ऑपरेशन मामले में कोलकात्ता से भेजे गए सभी ड्रग सैंपल की जांच रिपोर्ट आ चुकी है। एक ही फार्मा कंपनी के तीन ड्रग सैंपल फेल मिले है। ड्रग विभाग एक हजार पन्नों का चालान तैयार कर रहा है। जल्द मामले को कोर्ट में पेश किया जाएगा। एक साल चार महीने पहले हुए इस कांड में अस्पताल प्रबंधन ने ड्रग में गड़बड़ी होने के दावा किया था। इसके बाद कोलकात्ता लैब में 15 दवाइयों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। जिसमें से एक-एक कर रिपोर्ट भेजी गई। सभी सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद डिपार्टमेंट ने आगे की कार्रवाई शुरू की। जिन सैंपलों को फेल करार दिया गया, उसके संबंध में जानकारी जुटाई गई। कंपनी का पता लगाकर अब कोर्ट केस की तैयारी की जा रही है। बता दें कि 2018 फरवरी के आखिर में क्रिश्चियन फैलोशिप अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन से 42 लोगों के आंखों में संक्रमण फैल गया था। कई लोगों की एक आंख खराब हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने पीडि़तों की रिपोर्ट तैयार की और रायपुर हेड ऑफिस में भेजा। मामले में तत्कालीन कलेक्टर भीम सिंह ने क्रिश्चियन फैलोशिप अस्पताल का लाइसेंस 6 महीने के सस्पेंड कर दिया था। ड्रग इंस्पेक्टर संजय झाड़ेकर ने बताया कि सभी ड्रग सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है। कार्रवाई अंतिम चरण में है। एक ही कंपनी के तीन ड्रग सैंपल फेल हुए है। चालान बनाया जा रहा है। जल्द ही मामले को कोर्ट में पेश किया जाएगा।