रोहतक। पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में छात्रों व अध्यापकों को रिसर्च के लिए अधिक से अधिक मिल रही संभावनाएं, पढ़ाई व कार्य के लिए अच्छा माहौल व विश्वविद्यालय से पढ़ाई के बाद छात्रों को देश-विदेश के नामचीन अस्पतालों में मिल रही नौकरी का ही परिणाम है कि आज यह विश्वविद्यालय ‘इंडिया टूडे’ के सर्वे में टॉप 9 मेडिकल यूनिवर्सिटी में एम्स नई दिल्ली के बाद दूसरे नम्बर पर आया है। यह कहना है पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओ.पी. कालरा का। वे स्वर्ण जयंति सभागार मे पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. ओ.पी. कालरा ने कहा कि प्रतिष्ठित मैगजीन में छपी रिपोर्ट में उच्च चिकित्सा विश्वविद्यालयों की श्रेणी में पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का दूसरे नम्बर पर आना बड़े ही गर्व का विषय है। इसका श्रेय संस्थान के चिकित्सको, कर्मचारियों व छात्रों को जाता है, जिन सभी के सहयोग से आज विश्वविद्यालय को यह बड़ी उपलब्धि प्राप्त हुई है। डॉ. कालरा ने बताया कि गत वर्ष इसी मैगजीन द्वारा छपी गई रिपोर्ट मे विश्वविद्यालय को पाचवां रैंक मिला था। उन्होंने कहा कि संस्थान में छात्रों को पढ़ाई के लिए बहुत अच्छी फैकल्टी उपलब्ध है व छात्रों को अच्छा वातावरण उपलब्ध करवाया जा रहा है।
संस्थान की इमारतें बहुत अच्छी हैं व यहां की लैब मे भी रिसर्च के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।  संस्थान के पीजीआईडीएस का भी इसी मैगजीन मे टॉप डेंटल कालेजों मे चौथा स्थान मिला था, वहीं पीजी प्रवेश परीक्षा मे टॉप आठ छात्रों मे तीन छात्रों ने पीजीआईडीएस मे दाखिला लिया है। डॉ. कालरा ने बताया कि अगले माह की करीब 20 तारीख तक ट्रॉमा सेंटर मे नई सीटी स्कैन मशीन लग जाएगी। ट्रॉयल के तौर पर ट्रॉमा सेंटर का सेंट्रल एसी शुरू कर दिया गया है। इस अवसर पर डीन डॉ. रोहताश यादव, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नित्यानंद, प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी, जनसंपर्क विभाग के इंचार्ज डॉ. वरूण अरोड़ा, डॉ. हरनीत सिंह, प्रो. संतोष हुड्डा, डॉ. मनीष ढल उपस्थित थे।