मुरादाबाद। न्यूरो के मरीज को दी जाने वाली एल्प्रासेफ नामक दवा का सैंपल फेल मिला है। बिना लाइसेंस मेडिकल चला रहे कारोबारी को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। अब उनके साथ दवा निर्माता कंपनी पर भी अधोमानक दवा बनाकर बेचने के मामले में मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।
ड्रग इंस्पेक्टर मुकेश जैन ने बताया कि थाना मुगलपुरा क्षेत्र के वारसी नगर में मैसर्स वाचून मेडिकल स्टोर में 21 जनवरी को गोपनीय सूचना पर छापा मारा था। मेडिकल स्टोर पर मोहम्मद कमर अली मिले, जिन्होंने बताया कि उनके पास लाइसेंस नहीं है। दुकान पर भंडारित पाई गई किसी भी दवा का बिल वह दिखा नहीं सके। इस पर टीम ने दुकान में मिलीं दवाइयों को संदिग्ध मानते हुए छह प्रकार की दवाओं को जांच के लिए भेजा था। लगभग सवा लाख की दवाइयों को जब्त किया गया था। उनके विरुद्ध एनडीपीएस औषधियां पाए जाने पर थाना मुगलपुरा में प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी।
आरोपी मोहम्मद कमर तबसे जेल में हैं। सोमवार को नमूना ली गई छह औषधियों में से एक दवा की जांच रिपोर्ट राजकीय विश्लेषक से प्राप्त हुई है, जिसको निम्नस्तर स्तर, अधोमानक स्तर का घोषित किया गया है। अधोमानक मिली दवा एल्प्रासेफ में दवा की मात्रा 64 प्रतिशत मिली, जो अधोमानक के दायरे में आती है। बताया कि अब औषधि प्रसाधन अधिनियम के अंतर्गत आरोपी और दवा निर्माता कंपनी के खिलाफ न्यायालय में मुकदमा दाखिल किए जाने की तैयारी की जा रही है। अभी दवा निर्माता कंपनी का नाम ज्ञात नहीं हो सका है, जिसका पता विवेचना में लग पाएगा। बताया कि यह दवा न्यूरो की समस्या से ग्रसित मरीजों को दी जाती है।