चेन्नई। पुलिस ने ऑनलाइन नशीली दवाइयों का कारोबार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरोह में शामिल लोग विदेशी नशीली दवाइयों की ‘ऑनलाइन आर्डर के जरिए खरीद-फरोख्त करते थे। इस गिरोह में उत्तर प्रदेश के कई युवा शामिल हैं। ये तस्कर विदेशी नशीली दवाइयों के टेबलेट और पाउडर बेचने में संलिप्त थे। पुलिस के अनुसार दो महीने पहले एक व्यक्ति अस्पताल में दाखिल हुआ था। जांच में पता चला कि उस व्यक्ति ने ज्यादा मात्रा में विदेशी नशीली दवा का सेवन कर रखा है। उस व्यक्ति ने नशे की दवा ऑनलाइन खरीदी थी। इसके बाद पुलिस निरीक्षक क्रिस्टिन जयसिल के नेतृत्व में ऑनलाइन नशे की दवा बेचने वाले इस गिरोह को पकडऩे के लिए जाल बिछाया और खुद को ग्राहक बताते हुए वेबसाइट पर नशीली दवाएं मंगवाईं।
इस पर पुलिस के पास एक व्यक्ति का फोन आया जिसने खुद को नशीली दवाओं का डीलर बताया और पूछा कि उन्हें विदेशी टेबलेट या पाउडर क्या चाहिए जिसके बाद दवाएं पहुंचाने का दिन और समय निश्चित किया गया। पुलिस के अनुसार जब तिरुवन्मियूर बस डिपो पर दवा पहुंचाने वाले व्यक्ति पहुंचा तो वहां सादे कपड़ों में मौजूद पुलिस कर्मियों ने उसे दबोच लिया। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान उत्तर प्रदेश के निखिल तिवारी (32) हुई है। वह पिछले पांच महीने से यहां वाल्मिकी नगर में रह रहा था। वह पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है लेकिन नौकरी जाने के बाद नशीली दवाओं की तस्करी में लिप्त हो गया। पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा जहां लगभग पांच लाख रुपये की कीमत के नशीली दवाइयों के टेबलेट और पाउडर मिले। पुलिस इस गिरोह के अन्य साथियों की तलाश कर रही है।