पटना। बिहार के पटना में ड्रग और पुलिस विभाग ने बड़ी छापेमारी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन ड्रग बनानेवाली कंपनी का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई के दौरान विभाग ने मौके से करीब 20 हजार इंजेक्शन व दवाएं जब्त की हैं। इस खबर के बाहर आने के बाद शहर में सनसनी फैल चुकी है। सभी हैरान है कि इतनी बड़ी मात्रा में यहां कैसे ये काम चल रहा था। बरामद ड्रग और दवाओं की कीमत करीब 15 लाख रुपये आंकी जा रही है।

मिली जानकारी के अनुसार, ड्रग और पुलिस विभाग ने मछुआ टोली के रिहायशी परिसर में छापेमारी कर प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन ड्रग बनानेवाली कंपनी का खुलासा किया। सुनील कुमार के नाम पर दवा फैक्टरी को संचालित किया जा रहा था। छापेमारी होते ही सुनील कुमार मौके से फरार हो गया।

बताया जा रहा है कि दवा फैक्टरी के मालिक के पास ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बनाने का लाइसेंस नहीं था हालांकि, फर्स्ट व सेकेंड फ्लोर का लाइसेंस जरूर था। जहां विटामिन-सी व तेल आदि बनाया जाता है। औषधि विभाग की टीम ने साफ किया है कि ये प्रतिबंधित इन्जेक्शन पटना सहित पूरे बिहार में सप्लाई किए जाते थे।

औषधि विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर सच्चिदानंद विक्रांत ने बताया कि फैक्टरी के सेकेंड फ्लोर पर ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बनाने का खेल चल रहा था। इस दवा को बनाने के लिए लाइसेंस भी दुकानदार के पास नहीं था। ऑपरेशन ड्रग माफिया के तहत छापेमारी कर इसका खुलासा हुआ है।