बदायूं। औषधि प्रशासन विभाग ने बीते दिनों कई प्रतिष्ठानों पर छापामारी कर सैनिटाइजर और साबुन के सैंपल भरे थे। उनको जांच के लिए लैब में भेजा गया, जहां से सैंपल निगेटिव आए है। इसमें रुडक़ी की ऑरमिट कंपनी के औरीक्लीन हैंड सैनिटाइजर का सैंपल फेल हो गया है। इस सैनिटाइजर में इथेनॉल का मात्रा मानक के अनुसार नहीं मिली है। वहीं, हिमाचल की एलिना कॉस्मेटिक कंपनी के नोमाक्र्स साबुन का सैंपल भी मानक पर खरा नहीं उतरा। साबुन का वजन मानक के अनुसार नहीं पाया गया। औषधि प्रशासन विभाग की ओर से दोनों कंपनियों को नोटिस दिया गया। एलिना कॉस्मेटिक ने अपने जवाब में कहा है कि पैकिंग के समय उत्पाद में नमी ज्यादा होती है जो बाद में कम हो जाती है। ऐसे में वजन में अंतर आ जाता है। औषधि प्रशासन विभाग ने दोनों कंपनियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। इस बारे में ड्रग इंस्पेक्टर नवनीत कुमार ने बताया कि रुडक़ी की कंपनी का सैनिटाइजर और हिमाचल की कंपनी के साबुन के सैंपल फेल मिले है। दोनों मामलों में मुख्यालय को लिखा गया है। निर्माता और विक्रेता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी में सैनिटाइजर और साबुन निर्माता कंपनियां कोरोना से बचाव के लिए अपने उत्पादों को बेहतर बताने के दावे कर रही हैं। कई कंपनियों ने मुनाफे के लिए सैनिटाइजर बाजार में उतार दिए थे। इनमें कुछ उत्पाद ऐसे भी हैं, जो मानकों पर खरे नहीं उतर पाए हैं।