शारीरिक संबंध यानी सेक्स स्थापित करने के कई तरीके हैं। किसी को सेक्स से पहले फोर प्ले में मजा आता है, तो किसी को सेक्स के दौरान ऑर्गेज्म तक पहुंच कर ही संतुष्टि महसूस होती है। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो ओरल या एनल सेक्स करना पसंद करते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि ओरल या एनल सेक्स कई गंभीर बीमारियों को भी जन्म दे सकता है? ओरल या एनल सेक्स को ना ही सुरक्षित माना गया है और ना ही सेक्स का नेचुरल तरीका है। जो लोग ओरल और एनल सेक्स करते हैं, उनमें ही सेक्सुअल बीमारियों के होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। अगर आप भी ओरल सेक्स या एनल सेक्स करते हैं, तो जान लें किन बीमारियों  के हो सकते हैं आप शिकार…

ओरल सेक्स से संबंधित अध्ययन 

ओरल सेक्स का मजा हर कोई लेना चाहता है, लेकिन उन्हें नहीं पता कि यह कितना रिस्की हो सकता है। सेक्स के इस क्रिया को बिना सुरक्षा करने से आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, कई लोग ओरल सेक्स के दौरान सुरक्षा का ख्याल नहीं रखते हैं। बिना सुरक्षा के इस क्रिया को अंजाम देने से ऐसे लोगों को सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज या एसटीडीऔर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। जानें, कौन सी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं ओरल सेक्स करने से और इसके नुकसान क्या हैं

1 एचआईवी/एड्स

ओरल सेक्स करने से आप एचआईवी के शिकार हो सकते हैं। एचआईवी और एड्स का खतराओरल और एनल सेक्स करने से कई गुना बढ़ जाता है।

2 एनल कैंसर

एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग समलैंगिक संबंध बनाते हैं, उससे एचपीवी का खतरा बढ़ जाता है। इससे एनल यानी गुदे के कैंसर होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। अगर आप भी ओरल और एनल सेक्स करते हैं, तो एनल कैंसर के खतरे को भी एक बार जरूर जान लें।

3 गोनोरिया

गोनोरिया को सूजाक भी कहते हैं। यह निसेरिया गोनोरीए नाम के बैक्टीरिया के कारण होता है। यह वायरस बहुत खतरनाक होता है और काफी तेजी से फैलता है। इस वायरस के जरिए पेशाब की नली, गले, योनि और गुदा को संक्रमित कर सकता है। गोनोरिया से बचने के लिए आप सेफ सेक्स करें। असुरक्षित यौन, गुदा या मुख मैथुन करना गोनोरिया के रिस्क को बढ़ाते हैं। जो लोग एक से अधिक पुरुष या महिलाओं के साथ सेक्स करते हैं, उनमें गोनोरिया होने की आशंका सबसे ज्यादा रहती है।

4 कैंसर

एक अध्ययन के अनुसार, मौखिक या ओरल सेक्स करने से कई तरह के कैंसर जैसे सिर और गर्दन में होने वाले कैंसर का खतरा सात गुना बढ़ जाता है। ओरल सेक्स करने से ह्यूमन पेपिलोमा वायरस-16 या एचपीवी का खतरा होता है। यह वायरस सर्वाइकल कैंसर और कई अन्य यौन संचारित संक्रमणों के होने का कारण बनता है। जो लोग एचपीवी से संक्रमित हैं, उन्हें भूलकर भी ओरल सेक्स नहीं करना चाहिए।

5 एसटीडी 

ओरल और एनल सेक्स करने से कई तरह के यौन संचारित रोगों  के होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ओरल सेक्स से कई तरह के मुंह, सांस और जननांग से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। एचआईवी/एड्स के अलावा दाद, सूजाक, क्लैमाइडिया, हेपेटाइटिस, सिफिलिस, जननांग में समस्या, आंत्र परजीवी आदि हो सकती हैं। मुंह में छाले, घाव, मसूड़ों से खून आना, होंठों पर फोड़े-फुंसी आदि समस्या हो, तो भूलकर भी ओरल सेक्स ना करें। इससे मुंह में हुए छाले व घाव होने के कारण हर्पीज सिंप्लेक्स वायरस के फैलने का खतरा होता है।

6 सिफिलिस

सिफिलिस यौन संचारित बीमारी, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। एनल सेक्स और ओरल सेक्स से इसका अधिक खतरा होता है। सिफिलिस बीमारी ट्रेपोनेमा पल्लिडम नामक जीवाणु से होती है। यदि आप सिफिलिस संक्रमित व्यक्ति से साथ यौन संबंध या फिर ओरल सेक्स करते हैं, तो आप इस बीमारी से 10 दिनों के अंदर पीड़ित हो सकते हैं।

ओरल सेक्स के दौरान रखें इन बातों का ख्याल

  • ओरल सेक्स करना इतना पसंद है, तो डेंटल डैम या कंडोम यूज करें।
  • अपने वीर्य और वेजाइनल फ्लूइड को पार्टनर के मुंह के अंदर ना डालें।
  • ओरल सेक्स करने के बाद मुंह की साफ-सफाई का ध्यान जरूर रखें।
  • यदि मुंह के अंदर छाले हैं, होंठों पर फोड़े या घाव हैं, मसूड़ों से खून बहने की समस्या है, तो ओरल सेक्स बिल्कुल ना करें।
  • नियमित रूप से अपना हेल्थ चेकअप कराएं।