जबलपुर। जिला प्रशासन की टीमों ने मढ़ाताल दवा बाजार, शास्त्री ब्रिज सहित आसपास की कई दवा दुकानों में छापामार कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की। इससे सभी मेडिकल स्टोर संचालकों में अफरा-तफरी मच गई। तीन संयुक्त कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार सहित खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने आधा दर्जन दवा दुकानों में कोविड-19 से जुड़ी दवाइयों की कालाबाजारी किए जाने की आशंका से ब्रिकी और स्टॉक चेक किया। इसमें कुछ दुकानों में ब्रिकी और स्टॉक में आंशिक रूप से त्रुटियां सामने आईं, जिसे दुरूस्त करने के साथ ही दुकानदारों को दवाइयों की ब्रिकी के संबंधी में जरूरी हिदायतें दी गईं।
संयुक्त कलेक्टर नम: शिवाय अरजरिया, एसडीएम मणीन्द्र सिंह,आशीष पांडे की अगुवाई में खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने राजेश फार्मा, फ्रंटियर फार्मेसी, जायसवाल फार्मेसी,मेडनीट फार्मेसी,सबूरी फार्मा सहित आधा दर्जन दवा दुकानों में दबिश दी। इस दौरान कोविड-19 से जुड़ी दवाइयां फेवि फ्लू, रेमडिसिवर इंजेक्शन, हाईड्रोक्सी क्लोरोक्वीन, खांसी के सीरप सहित अन्य दवाइयों के स्टॉक रजिस्टर चेक किया। ब्रिकी और स्टॉक का मिलान किया। इस अवसर पर तहसीदार प्रदीप मिश्रा, ड्रग इंस्पेक्टर अमरीश दुबे, सारिका दीक्षित आदि उपस्थित रहीं। संयुक्त कलेक्टर अरजरिया ने बताया कि जांच के दौरान दवा दुकानदारों को यह हिदायत दी गई है कि डाक्टर का पर्चा लाने वालों को ही कोविड-19 से जुड़ी दवाइयों की बिक्री करें। साथ ही आधारकार्ड भी लें। कोविड-19 से संभावित संक्रमित व्यक्तियों की पूरी जानकारी रखें ताकि जरूरत पडऩे पर उससे संपर्क किया जा सके।