प्रतापगढ़। कई सस्ती दवाइयांं तीन गुणा महंगी हो गई है। अब दवाओं के दाम बढऩे से मरीजों को अपनी जेब और ज्यादा ढीली करनी पड़ रही है। महंगी हो चुकी दवाओं में कई ऐसी हैं जो कॉमन हैं और मरीजों को रोज लेनी पड़ती हैं। यहां तक कि कई आई ड्राप तक के दाम में बढ़ोतरी हो गई है। इधर सरकार की ओर से खोले गए जनऔषधि केंद्रों पर दवा की कम उपलब्धता से मरीज दूसरी दुकानों पर जाने को मजबूर हैं। इस बारे में औषधि निरीक्षक राहुल कुमार का कहना है कि दवाएं एमआरपी पर ही बिकें, इस पर विभाग का जोर है। अधिक दाम पर बिक्री की गई तो कार्रवाई होगी। सिरदर्द की आम दवा डिस्प्रिन का बढ़ा दाम सिरदर्द को और बढ़ाने वाला साबित हो रहा है। इसका एक पत्ता चार रुपये से बढक़र 12 रुपये का हो गया है। यानि सीधे तीन गुना महंगाई बढ़ी। इसी प्रकार भूख न लगने पर दी जाने वाली कामन दवा पैराक्टिन का दाम दोगुना हो गया है। यानि 14 से सीधे 28 रुपये प्रति 10 गोली हो गया है। हृदय रोग की दवा टैजलाक-एच की 10 गोली अब 94 की जगह 118 रुपये में मिल रही है। इसी प्रकार स्नोफीलिया की दवा वेनीसाइट फोर्ट प्रति गोली का मूल्य एक रुपये से बढक़र डेढ़ रुपये हो गया। गैस की दवा ओमेज का दाम 120 की जगह 147 रुपये होने से लोग परेशान हो रहे हैं। कोडीन सिरप के दाम में प्रति शीशी 20 रुपये का इजाफा हो गया है। शुगर की दवा ब्लायकोमिट का दाम बढक़र 118 से 141 रुपये हो गया है। इसी तरह एलर्जी की दवा सिट्रीजिन 16 रुपये से बढक़र 18 रुपये 10 गोली हो गई।