कटक : इन दिनों ओड़िशा के कटक में नकली दवाईयों का कारोबार खूब धड़ल्ले से चल रहा है। इसी क्रम में एक बार फिर से शहर में नकली दवाईयां बरामद की गई है। ड्रग कंट्रोलर विभाग ने ओ-2 की नकली दवाई बरामद की है, जिसे ठीक उसी तरीके से नामी कंपनियों की दवाई को कागज के बक्से में पैकिंग कर मार्केट में बेचा जा रहा था।

ढाई लाख रुपए की ओ-2 नकली दवाइयां बरामद (कटक)

राज्य ड्रग कंट्रोलर को बाजार में बेची जा रही ओ-2 की नकली दवाईयों के बारें में शिकायत मिली थी। इस शिकायत के आधार पर टीम ने छानबीन शुरु की। इसे लेकर गठित स्पेशल टास्क फोर्स की ओर से कटक चौधरी बाजार में मौजूद श्री डिस्ट्रीब्यूटर के यहां छापेमारी की गई, जहां से ढाई लाख रुपए की ओ-2 नकली दवाइयां बरामद की गई हैं। छापेमारी में संचालक के मालिक विजय अग्रवाल को गिरफ्तार कर  पुरीघाट थाना पुलिस को सौंपा गया है। जांच में सामने आया कि विजय अग्रवाल ने दवा संस्थान पत्नी के नाम पर खोला हुआ है।

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दूसरे राज्यों से नकली दवाईयां खरीदता था 

जांच में खुलासा हुआ है कि  दवाओं का उपयोग पेट की बीमारी के इलाज के लिए किया गया था।  वितरक कथित तौर पर अन्य राज्यों से नकली दवाएं खरीदता था और उन्हें शहर में बेचता था। इस नकली ओ-2 दवाई के नमूना को इकट्ठा कर टेस्टिंग के लिए लेबोरेटरी को भेजा गया है। इससे पहले शहर में बीपी की नकली दवा ‘टेल्मा 40’ और टेल्मा एएम जब्त की गई थी। बाद में, कथित तौर पर कटक में वितरकों को नकली उच्च रक्तचाप की दवाओं की आपूर्ति करने में शामिल दो आरोपियों को बिहार से गिरफ्तार किया गया था। नकली दवा बिक्री का मामला उड़ीसा उच्च न्यायालय में भी पहुंचा था, जिसमें एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई थी, जिसमें मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की गई थी।