रिलेशनशिप में शारीरिक संबंध पार्टनर्स को करीब आने का मौका देता है। रिश्ते के लिए ही नहीं बल्कि सेहत के लिए भी इंटिमेट संबंध काफी फायदेमंद होता है। इससे स्ट्रेस कम करने और कैलोरीज बर्न करने में भी मदद मिलती है। महिलाओं को एक और फायदा मिलने की जानकारी प्राप्त हुई है। दरअसल हाल ही में हुए एक रिसर्च सामने आयी है जिसके मुताबिक जो महिलाएं ज्यादा शारीरिक संबंध बनाती हैं उनमें मेनोपॉज होने की संभावना कम हो जाती है। वहीं सप्ताह में एक बार शारीरिक संबंध बनाने वाली महिलाओं में मेनोपॉज की संभावना महीने में एक बार संबंध बनाने वाली औरतों से 28 प्रतिशत कम दर्ज की गई।
संबंध न बनने से ऑव्यूलेशन बंद हो जाता है
अध्ययन के मुताबिक जो महिलाएं 35 या इससे अधिक की उम्र में नियमित अंतराल में शारीरिक संबंध नहीं बनाती हैं तो उनमें जल्दी मेनोपॉज की स्थिति आ जाती है। इस अध्ययन से जुड़ी शोधकर्ता मेगन अर्नोट स्टडी का निष्कर्ष बताते हुए कहती हैं कि यदि कोई महिला यौन संबंध नहीं बनाती है और उसे गर्भधारण की स्थिति नहीं मिल रही है तो शरीर अंडोत्सर्ग की प्रक्रिया रोक देता है क्योंकि वो व्यर्थ हो रहे हैं।
स्टडी में शामिल की गयी 3 हजार महिलाएं
यह शोध तकरीबन 3 हजार महिलाओं से एकत्रित किए गए आंकड़ों पर आधारित है जो 1996-1997 में SWAN अध्ययन के लिए किया गया था। इस दौरान उनसे कई सवाल पूछे गए थे जिसमें उनसे इस बात की जानकारी भी मांगी गई कि पिछले छह माह में उन्होंने अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाए या नहीं। स्टडी में ये भी बताया गया है कि ऑव्यूलेशन अर्थात अंडोत्सर्ग के दौरान महिला की प्रतिरक्षा क्षमता यानी इम्यूनिटी बिगड़ जाती है। इस दौरान शरीर में बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। गौरतलब है कि जर्नल रॉयल सोसायटी ओपन साइंस नामक पत्रिका में इस शोध की रिपोर्ट को पब्लिश किया गया है।
इस उम्र की महिलाओं को हुआ नेचुरल मेनोपॉज
अध्ययन में शमिल हुई महिलाओं से बीते 6 महीने के दौरान कामोत्तेजना से जुड़े कई दूसरे सवाल भी पूछे गए जिनमें ओरल सेक्स, यौन स्पर्श और मास्टरबेशन के बारे में विस्तृत जानकारी ली गई। इसमें 64 फीसदी प्रतिभागियों का जवाब था कि वे सप्ताह में कम से कम एक बार यौन क्रिया में भाग लेते हैं। एक निश्चित अवधि के बाद देखा गया है कि तीन हजार महिलाओं में से 1324 (45 प्रतिशत) महिलाओं ने 52 साल की औसत उम्र में नेचुरल मेनोपॉज का अनुभव किया।