ललितपुर। उत्तर प्रदेश केमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के बैनर तले कानपुर में हुई प्रदेश के दवा व्यापारियों की एक दिवसीय कार्यशाला में शामिल होकर लौटे दवा व्यवसायियों ने एक बैठक की और कानपुर में दवा व्यवसायियों को व्यापार में आ रही समस्याओं के बारे में बताया और वहां के अनुभव यहां अन्य व्यापारियों के साथ साझा किए।
बैठक में बताया गया कि दवा व्यवसायियों के लाइसेंस ऑनलाइन कराने के लिए 31 अगस्त से 30 नवंबर कर दी गई है, जिसके लिए व्यापारियों ने विभागीय अधिकारियों का आभार जताया। कानपुर में प्रदेश के दवा व्यवसायियों के संगठन उत्तर प्रदेश केमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के आह्वान पर आयोजित की गई कार्यशाला में हजारों दवा व्यापारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। बैठक में ऑल इंडिया आर्गेनाइजेशन केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगन्नाथ शिंदे, महामंत्री राजीव सिंघल, उपाध्यक्ष अरविंद गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यशाला में प्रदेश के कौने-कौने से आये दवा व्यापारियों ने अपने क्षेत्र में आ रही समस्याओं को रखा और उनका निराकरण वक्ताओं के द्वारा किया गया। व्यापार में आ रही फार्मासिस्ट की समस्या को भी बैठक में प्रमुख रूप से रखा गया। इसका निराकरण प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत चलाए जा रहे फार्मेसी असिस्टेंट के कोर्स को मान्यता देकर उसे व्यवसायिक फार्मासिस्ट मान कर कोर्स करने वाले को व्यापार करने की अनुमति दे दी जाए। इस संबंध में जल्द ही प्रदेश नेतृत्व केंद्र और प्रदेश सरकार को इस मांग का ज्ञापन देकर व्यापारिक समस्याओं के निदान के लिए इस नियम को प्रभावी बनाए जाने का प्रयास संगठन द्वारा किया जाएगा। कार्यशाला में राजेंद्र नैया, जिलाध्यक्ष संभव सिंघई, राहुल चौधरी, राजू समैया, जहीर खान, शैलेंद्र राठौर, मुकुुल जैन, अमर सिंह राठौर, प्रदीप गुप्ता मौजूद रहे।