अम्बाला (बृजेन्द्र मल्होत्रा)। पंजाब केमिस्ट एसोसिएशन की राज्य स्तरीय बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार दवा व्यवसाइयों पर दमनकारी नीति से अपने निर्णय को वापस नहीं लेती तो 30 दिनों का पुन: अल्टीमेटम देते हुए भूख हड़ताल की जाएगी। पीसीए अध्यक्ष सुरेंदर दुग्गल व महासचिव जीएस चावला ने सदस्यों की भावनाओं से अवगत करवाते हुए कहा कि राज्यभर के करीब 24 हजार दवा व्यवसाई 16 अक्टूबर को एक दिवसीय अपनी दुकानें पूर्ण रूप से बन्द रखेंगे तथा इस हड़ताल पर भी यदि सरकार संज्ञान नहीं लेती तो सभी जिलों के अध्यक्ष, महासचिव सदस्यों सहित 18 अक्टूबर को चंडीगढ़ औषधि प्रशासन के कार्यालय या स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय के बाहर मांगें न माने जाने तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। हड़ताल के निर्णय को अब 9 अक्टूबर तक होल्ड पर ले लिया गया है।
इस कड़ी में पीसीए के पदाधिकारी राज्य औषधि नियंत्रक को मिले। लिखित जानकारी देकर समय रहते समस्या हल करवाने की बात सामने रखी। उसके पश्चात राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को भी अग्रिम सूचनार्थ एवं हल निकलवाने की बात सामने रखी। स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वस्त किया कि हड़ताल का मार्ग अपनाने से पूर्व ही हल निकाला जाएगा। अब हड़ताल की नई तिथियों की घोषणा 9 अक्टूबर के बाद ही होगी। उम्मीदों का पिटारा लेकर पीसीए चंडीगढ़ से तो लौट गई परन्तु केमिस्ट इस बार करो या मरो की रणनीति पर चलने का मन बनाये बैठे हैं। इस बारे राज्य औषधि नियंत्रक डॉ. प्रदीप मट्टू ने बताया कि 9 अक्टूबर 2019 को राज्य सरकार औषधि प्रशासन व पीसीए की बैठक होनी प्रस्तावित है जिसमें संगठन की मांगों पर विस्तृत विचार विमर्श किया जाएगा तथा पीसीए पदाधिकारियों को उन्होंने (औषधि नियंत्रक) व सरकार ने हड़ताल व अनशन पर न जाने को राजी कर लिया है।
प्रदेशाध्यक्ष सुरेन्द्र दुग्गल ने मेडिकेयर न्यूज को बताया कि हड़ताल को अभी होल्ड पर लिया है। 9 अक्टूबर की बैठक से संगठन को बहुत उम्मीदें हैं। उस दिन दवा व्यवसाइयों के व्यापार पर सरकारी समस्याओं का हल सम्भावित है। नई तिथि की घोषणा स्थिति पर निर्भर करेगी।