सोलन। राष्ट्रीय औैषधि मूल्य प्राधिकरण (एनपीपीए) ने कैंसर की 9 और दवाओं के दाम 50 से 87 फीसदी तक कम कर दिए हैं। इससे पूर्व एनपीपीए ने कैंसर के इलाज में काम आने वाली 390 दवाओं के दाम 87 प्रतिशत कम किए थे। अब कैंसर की कुल 426 दवाओं में से 399 दवाओं के दाम घट गए हैं। बताया जा रहा है कि कैंसर की दवाओं की कीमतों में कटौती के बाद मरीजों को लगभग 800 करोड़ रुपए की बचत होगी। बता दें कि एनपीपीए ने फरवरी माह में भी एक अधिसूचना जारी कर कैंसर की कुछ दवाओं पर मुनाफा 30 प्रतिशत तक सीमित कर दिया था। कैंसर के इलाज में काम आने वाली 42 गैर-अनुसूचित दवाओं को मूल्य नियंत्रण के दायरे में लाया गया था। कैंसर रोधी 57 दवाइयां पहले ही मूल्य नियंत्रण के दायरे में हैं। कारोबारी मुनाफे पर लगाम लगाने वाले 355 ब्रांड अब मूल्य नियंत्रण के दायरे में होंगे।
बताया गया है कि दवाओं के मुनाफे को कम करने के लिए बनी विशेषज्ञों की समिति ने 42 कैंसर की दवाओं को मूल्य नियंत्रण के दायरे में लाने की सिफारिश की थी, जिसके बाद एनपीपीए ने यह कदम उठाया है। समिति ने पाया था कि इन दवाओं पर मुनाफा 1800 प्रतिशत तक लिया जा रहा है। नीति आयोग के वरिष्ठ अधिकारी, वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार, स्वास्थ्य शोध विभाग, एन.एल.ई.एम. समिति के वाइस चेयरमैन, डी.आई.पी.पी. के संयुक्त सचिव के अलावा अन्य अधिकारी इस समिति में शामिल हैं। एन.पी.पी.ए. के निदेशक (प्राइसिंग) अमरपाल सिंह की ओर से जारी की गई जानकारी में बताया गया है कि कैंसर की 9 दवाओं का मार्जिन 30 फीसदी तक सीमित कर दिया गया है। इसके कारण दवाओं के दामों में भारी कटौती की गई है। इससे पूर्व 390 दवाओं के दाम कम हुए थे। एनपीपीए की संशोधित लिस्ट में 9 दवाओं के दामों में भारी कटौती की गई है। इनमें एरलोटिनिब 100 एम.जी. दवा 6600 रुपए से घटकर 1840 रुपए हो गई है। एरलोटिनिब 150 एम.जी. दवा 8800 रुपए से घटकर 2400 रुपए, पेमेट्रिक्सएड 100 एम.जी. इंजेक्शन 7700 रुपए से घटकर 800 रुपए,  पेमेट्रिक्सएड 500 एम.जी. इंजेक्शन 22,000 रुपए से घटकर 2880 रुपए, एपिरुबिकीं 10 एम.जी. 561 रुपए से घटकर 276.8 रुपए, एपिरुबिकीं 50 एम.जी. 2,662 रुपए से घटकर 960 रुपए, लेउपरोलीडे एसेटेट  3.75 इंजेक्शन 3,990 रुपए से घटकर 2,650 रुपए, एवरोलिमस 0.25 एम.जी. 726 रुपए से 406 रुपए और एवरोलिमस 0.50 एम.जी. के दाम 1452 रुपए से घटकर 739 रुपए हो गए हैं।