रोहतक (हरियाणा)। प्रदेश में जानलेवा रोग कैंसर के रोगियों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि बीते तीन सालों में यहां कैंसर रोगियों की संख्या में 453 की बढ़ोत्तरी हुई है। सबसे खराब हालात रोहतक के हैं। वर्तमान में यहां करीब 4008 लोग कैंसर से जूूझ रहे हैं। साल 2016 में प्रदेश में 6024 लोग कैंसर की चपेट में आए थे। जबकि साल 2018 में यह आंकड़ा बढक़र 6477 तक पहुंच चुका है। वहीं, रोहतक जिले में तीन साल पहले 3845 कैंसर रोगी थे। लेकिन 2018 में यह आंकड़ा बढक़र 4008 के पार पहुंच गया है। अम्बाला के हालात भी कुछ ऐसे ही हंै। यहां करीब 231 लोग कैंसर से पीडि़त हंै। जींद में कैंसर रोगियों की संख्या 13 से 118 हो चुकी है। लेकिन हरियाणा में करनाल ही एकमात्र ऐसा जिला है जहां कैंसर रोगियों की संख्या कम हुई है। तीन साल पहले यहां 186 कैंसर रोगी थे। अब यहां आंकड़ा घटकर केवल 38 पर आ गया है। इसी तरह, एक और अन्य गंभीर रोग एचआईवी से पीडि़तों की संख्या भी 27624 हो चुकी है। जींद में सबसे अधिक 3624 एचआईवी रोगी मिले हैं। बता दें कि वर्ष 2016 में जहां कैंसर की वजह से मृत्यु दर 3.48 थी, वहीं 2017 में 5.01 हो गई, जबकि एड्स की मृत्यु दर वर्ष 2016 में 0.08 और वर्ष 2017 में 0.16 रही।