Cough Syrup Death: मध्य अफ्रीकी देश कैमरुन  (Cameroon) में बीते कुछ महीने में एक दर्जन बच्चों की मौत हो गई। बच्चों की मौत के पीछे भारत में निर्मित कफ सिरप को जिम्मेदार (Cough Syrup Death) बताया जा रहा है। वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि भारत में निर्मित कफ सिरप पीने से इन बच्चों की मौत हुई है।

कफ सिरप का मैन्यूफैक्चरिंग लाइसेंस नंबर इंदौर स्थित रीमैन लैब्स (Riemann Labs) से मेल खाता (Cough Syrup Death)

कैमरून के क्षेत्रीय विकास अधिकारी ईको फिलबर्ट द्वारा उपलब्ध कराई गई तस्वीर में दिखाई दे रहा है कि नेचरकोल्ड नाम की दवा के बॉक्स पर रीमैन लैब्स प्राइवेट लिमिटेड (Riemann Labs) इंदौर मध्य प्रदेश का पता है। इस मामले पर  रीमैन के निदेशक नवीन भाटिया ने कहा है कि फोटो में दिख रही दवा हमारी दवा जैसी ही दिख रही है। उन्होंने कहा कि रीमैन सख्त गुणवत्ता नियंत्रण नियमों का पालन करती है और मिलावटी दवाएं नहीं बनाती है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जालसाजी होना आम बात है।

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नवीन भाटिया ने कहा कि यह हमारे जैसी दिखती है, लेकिन हम स्योर नहीं हैं। कई सारी नकली दवाएं भी मार्केट में हैं। हमारे प्रोडक्ट की क्वालिटी को देखते हुए यह दावा संदेहास्पद है। मैं 110 प्रतिशत स्योर हूं कि मेरा प्रोडक्ट जहरीला नहीं है। हम गुणवत्ता पर अतिरिक्त ध्यान देते हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सारे प्रयास किये जाते हैं।

1 साल में 300 बच्चों की मौत 

1 साल से जहरीली कफ सिरप से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है।  संयुक्त राष्ट्र अब तक 9 देशों का नाम जहरीली कफ सिरप की बिक्री के साथ जोड़ चुका है। बीते साल तीन महाद्वीपों के 300 से अधिक बच्चों की मौत का कारण इन जहरीली दवाओं को बताया गया है। गांबिया में 60 से ज्यादा और उज्बेकिस्तान में पिछले साल 20 बच्चों की मौत के मामले में भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित कप सिरप का मामला सामने आ चुका है।