ललितपुर। जिले में दवा विक्रेता अपने दस्तावेजों को आधार से लिंक कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं। जिले में कुल 312 में से पिछले चार माह में केवल बीस दुकान संचालकों ने ही आधार लिंक कराने में दिलचस्पी दिखाई है। इनमें 107 थोक व 205 फुटकर विक्रेता हैं। इससे शासन की फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने की मंशा पर पानी फिर रहा है। गौरतलब है कि शहर में एक ही फार्मासिस्ट के लाइसेंस से कई मेडिकल स्टोर संचालित किए जाने, फार्मासिस्ट द्वारा लाइसेंस किराए पर देने एवं खुद कहीं अन्य नौकरी करने के गोरखधंधे पर लगाम कसने के लिए सभी मेडिकल स्टोर के फार्मासिस्ट/ संचालक को आधार कार्ड से लिंक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। योजनांतर्गत नए फार्मासिस्टों के लाइसेंस के साथ ही पुराने लाइसेंस धारकों को भी औषधि नियंत्रण विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। एक फार्मासिस्ट के नाम से एक ही मेडिकल स्टोर पंजीकृत होगा। इसमें मेडिकल स्टोर होलसेल व फुटकर का ऑनलाइन ब्योरा दर्ज किया जाएगा। इससे मेडिकल स्टोर के फर्जीवाड़े पर नियंत्रण हो सकेगा, लेकिन संबंधित अधिकारियों की दरियादिली के कारण इस कार्य में तेजी नहीं आ रही है। योजना के तहत अब दुकान के प्रोपराइटर एवं पार्टनर का आधार कार्ड, फोटो, फार्मासिस्ट का रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस, नवीनीकरण रसीद, आधार कार्ड, फोटो, घोषणा पत्र, किराया नामा, दुकान का नक्शा, दुकान की फोटो, शैक्षिक प्रमाण पत्र आदि दस्तावेजों को ऑनलाइन करना होगा।  इस संबंध में औषधि निरीक्षक उमेश भारती ने बताया कि मेडिकल संचालकों को दस्तावेजों को आधार कार्ड से लिंक करने के लिए जागरूक किया जा रहा है, साथ ही नए मेडिकल खोलने वालों को ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में बताया जा रहा है।