दरभंगा। क्षेत्र में नशीली दवाओं की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। हालांकि, सरकार के इन नशीली दवाओं की बिक्री और खरीद पर पाबंदी लगा रखी है, इसके बावजूद कई दुकानदार नशीली दवाइयां बेचने में मशगूल हैं। प्रतिबंधित दवाओं में फेंसीडायल के कफ सीरप की सबसे ज्यादा बिक्री की जा रही है। इस दवा का उपयोग लोग नशे के रूप में कर रहे हैं। एनेस्थेसिया से संबंधित कई दवाएं है जिनका इस्तेमाल नशेड़ी लोग नशे के लिए करते है। इन नशीली दवाओं का उपयोग सबसे अधिक युवा वर्ग कर रहा है। सरकारी स्तर पर जिन दवाइयों पर प्रतिबंध लगा हुआ है, उनमें बेनाड्रील कफ सीरप, पुदीन हरा, फेनसेडायल, काम्पोज, आल्प्रेक्स व अल्प्राजोलम, एटीवान, लोराजेपाम, केटामिन, सिनोजापाम, फेनोबारबिटल, कॉरेक्स सिरप, व्हाईटनर समेत अन्य नशीली दवाएं शामिल हैं। ड्रग कंट्रोलर ने एक आदेश जारी कर कहा है कि दवाओं का दुरूपयोग न हो, इसके लिए इन दवाओं की बिक्री और आपूर्ति तय नियमानुसार हो। दवा दुकानदार चिकित्सक की लिखी पर्ची पर ही मरीजों को नशीली दवाएं उपलब्ध कराएं। थोक, खुदरा विक्रेता और मरीजों को तय मापदंडों के अनुसार दवा की आपूर्ति की जाए।