झांसी। सरकार ने ऑनलाइन फार्मेसी और दवा निर्माण एवं बिक्री के क्षेत्र में शत प्रतिशत विदेशी निवेश की मंजूरी देकर दवा दुकानदारों को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। यह बात डिस्ट्रिक्ट केमिकल एसोसिएशन के अधिवेशन में उत्तर प्रदेश केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री सुरेश गुप्ता ने कही। उन्होंने कहा कि देश में दवा व्यवसाय पांच मंत्रालयों के अधीन है। दवा निर्माण कंपनियां करती हैं और इनकी बिक्री थोक व फुटकर विक्रेता करते हैं परंतु मूल्य का निर्धारण सरकार करती है। सरकारी सिस्टम में थोक दवा विक्रेता का कोई कमीशन नहीं है। जबकि फुटकर विक्रेता को मात्र 16 प्रतिशत कमीशन निर्धारित है। सरकार व्यापारियों की उपेक्षा कर रही है, जबकि देश की उन्नति में व्यापारियों का बहुत बड़ा योगदान है। वहीं, विदेशी कंपनियां देश को लूट रही हैं।
इस मौके पर निर्णय लिया गया कि 21 जुलाई को उत्तर प्रदेश केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन की कार्यकारिणी बैठक व अधिवेशन का आयोजन ओरछा में किया जाएगा। इस अधिवेशन में प्रदेश के 74 जिलों के पदाधिकारी व राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल होंगे। इस मौके पर जोन सचिव देवेंद्र जैन, डिस्ट्रिक्ट केमिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल, महामंत्री जितेंद्र अग्रवाल, नरेश विजयवर्गीय, द्वारिका प्रसाद अग्रवाल, रामबाबू सरावगी, अनिल दरगढ़ मनोज अरोरा, प्रदीप खरे, बीके मोदी, महर्षि तिवारी, दीपक अग्रवाल, लोकेंद्र तिवारी व नितिन मोदी मौजूद रहे।