बेंगलुरु। भारतीय दवा निर्माता कंपनी हीटेरो ने बताया है कि उसे रोशे होल्डिंग एजी की कोरोना वायरस दवा के जेनरिक वर्जन के निर्माण की इमरजेंसी अनुमति देश की नियामक संस्था से मिल गई है। दरअसल भारत में अप्रैल और मई के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान रिकॉर्ड मामले पाए जाने के बाद सितंबर में संक्रमण के मामले बेहद कम आ रहे हैं। हालांकि अक्टूबर के आखिर में देश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर आ सकती है।

हीटेरो को उम्मीद है कि वह तोसिलीजुमैब दवा को इस महीने के आखिर तक तोसिरा ब्रैंड नाम से बाजार में उतारने में कामयाब रहेगी। कोरोना के बेहद संक्रामक डेल्टा वैरिएंट के चलते कई देशों में बढ़े संक्रमण के मामलों के चलते बाजार में तोसिलीजुमैब दवा की कमी हो गई है। रोशे कंपनी की दवा तोसिलीजुमैब आर्थराइटिस के केस में काफी कारगर है। कोविड के गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए यह दवा मृत्यु की आशंका को काफी कम कर देती है। साथ ही इससे रिकवरी टाइम भी कम होता है और मरीज को मैकेनिकल वेंटिलेशन की जरूरत भी कम हो जाती है।

– एजेंसी