नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण का कहर इस कदर दुनिया पर अपना पांव पसार चुका है कि अभी भी लोग इसकी दवा या फिर वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि कोविड-19 के वैक्सीन को लेकर पूरी दुनिया के चिकित्सकीय वैज्ञानिक जुटे हुए हैं और पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के लिए वैक्सीन सामने आ जाए। फिलहाल कोरोना महामारी के कारण अब तक दुनिया में ढेड़ लाख से ज्यादा जानें जा चुकी है और भारत में भी कोरोनावायरस का कहर जारी है। अब तक देश में 18500 से ज्यादा लोग इस महामारी के शिकार हो चुके हैं और 590 लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत सरकार के अंतर्गत नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने अपने आधिकारिक ट्विवर अकाउंट पर ट्वीट करके जानकारी दी है कि महामारी से लड़ने के लिए भारत की 6 ऐसी कंपनियां है, जो पहली वैक्सीन बनाने के दौड़ में शामिल है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा, ”कोरोनावायरस की पहली वैक्सीन बनाने की दौड़ में छह भारतीय कंपनियां शामिल हैं। भारत दुनिया में वैक्सीन निर्माण के लिए केंद्र है. भारत वैश्विक वैक्सीन हब के रूप में उभरा है। हमें दुनिया को कम कीमत पर वैक्सीन प्राप्त करने और विश्व कोविड मुक्त बनाने के लिए इसे क्रैक करना चाहिए। ” अमिताभ कांत के ट्वीट में एक तस्वीर भी है, जिसमें उन छह कंपनियों के नाम लिखे हैं। उनके नाम Zydus Cadila, भारत बायोटेक, इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड, बायोलॉजिकल ई. लिमिटेड, सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और माइनवेक्स (Mynvax) हैं जो कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन बनाने में जुटी हुई हैं।