गुवाहाटी। असम सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीन की 1000 डोज को जांच के लिए लैब में भेजने का फैसला किया है। ये सभी दवाएं सिल्चर मेडिकल कॉलेज की वैक्सीन स्टोरेज यूनिट में रखी गई थीं। ये सभी दवाएं जमी हुई हालत में मिली थीं, जिसके बाद इनके खराब होने की आशंका जताई जा रही है।
हालांकि हेल्थ डिपार्टमेंट ने अभी यह साफ नहीं किया है कि वैक्सीन के यह डोज अभी खराब हुए हैं या नहीं। अधिकारियों के मुताबिक, वैक्सीन कुप्रबंधन के इस मामले का पता तब चला जब यहां पर कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत हुई। बता दें कि देश में कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत 16 जनवरी से हुई थी और इसके पहले चरण में लोगों को कोवैक्सीन और कोविशील्ड नाम की दो दवाओं के डोज दिए जा रहे हैं।
असम सरकार के अधिकारियों के मुताबिक, दवाओं के गलत रखरखाव के मामले में सरकार ने सिलचर मेडिकल कॉलेज को नोटिस जारी किया है। बताया जा रहा है कि ये नोटिस सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड के गलत प्रबंधन को लेकर जारी की गई है।