कोटा (राजस्थान)। कोरोना संक्रमण से बचाव में कारगर माने जा रहे मास्क का कारोबार आजकल परवान पर है। बाजार में तरह-तरह के मास्क देखे जा सकते हैं। सर्जिकल मास्क के साथ-साथ कपड़े के रियूजेबल और डिजाइनर मास्क की भी खूब धूम है। अब डिजाइनर और फैशनेबल मास्क से आगे सिल्वर ज्वैलरी मास्क भी बाजार में आ गए हैं। कोटा शहर में चांदी के आभूषणों का काम करने वाले एक कारोबारी ने अपने कारीगरों से चांदी के ये मास्क तैयार करवाए हैं। कारोबारी ऋषभ जैन के अनुसार चांदी के इस मास्क में उन्होंने एन-95 मास्क की तरह ही एक रेस्पिरेटर फिल्टर भी लगाया है। इससे मास्क लगाने वाले को सांस लेने में आसानी रहती है। आने वाले वेडिंग सीजन को लेकर वो खासे उत्साहित है। उन्हें अभी से कुछ व्यापारियों ऑर्डर भी मिलने लगे हैं। ज्वैलर की मानें तो इस मास्क पर वो कुछ ज्यादा मुनाफा नहीं रख रहे हैं। चांदी के वजन और उसकी कारीगरी के बाद एक मास्क की कीमत उन्होंने 5000 रुपए रखी है। मास्क का वजन कुल 85 ग्राम है। इसे पहनने में लोगों को कोई असुविधा नहीं होती है, यह काफी कम्फर्टेबल है। इसके साथ ही जब कोरोना खत्म हो जाएगा, तब इसे वापस बेचा भी जा सकेगा।
हालांकि प्रोटेक्शन को लेकर चांदी के इस मास्क पर एक्सपर्ट का दावा कुछ अलग है। कोटा न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर चंद्रशेखर सुशील का कहना है कि चांदी के मास्क की उपयोगिता की पुष्टि टेस्टिंग के बाद ही पता चल सकेगी। बिना जांच के ऐसे मास्क को सिर्फ फैशन के तौर पर पहना जा सकता है। लेकिन N-95 मास्क प्रामाणित मास्क है।