जौनपुर। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमित के लिए जनपद में बनाए गए कोविड अस्पतालों में आक्सीजन कंसंट्रेटर सहारा बना है। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के एल-1 अस्पताल में पांच और जिला महिला चिकित्सालय के एमसीएच विग के एल-2 अस्पताल में 25 आक्सीजन कंसंट्रेटर लगाए गए हैं। सीएमओ डा. राकेश कुमार ने बताया कि प्रति कंसंट्रेटर से चार से पांच लीटर प्रति घंटे आक्सीजन स्वत: प्राप्त हो जाता है। यह सामान्य मरीजों के लिए उपयोगी साबित हो रहा है।
दरअसल कोविड महामारी में आक्सीजन गैस सिलेंडर को लेकर उत्पन्न हो रहे संकट से शासन सतर्क हो गया है। औषधि अनुज्ञापन एवं नियंत्रण अधिकारी एके जैन ने प्रदेश के सभी सहायक आयुक्त औषधि एवं औषधि अनुज्ञापन अधिकारी विक्रय से जिलों के निजी अस्पतालों में आक्सीजन गैस की आपूर्ति के संबंध में सूचना मांगी है। गत 16 सितंबर को जारी पत्र में निर्धारित प्रारूप पर गुरुवार की शाम चार बजे तक आंकड़ा ईमेल पर उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है। औषधि निरीक्षक एके बंसल ने कहा कि आदेश के क्रम में जानकारी एकत्र कर भेज दी गई है। साथ ही विभाग आपूर्ति, खपत व मूल्य पर पूरी तरह से नजर रखे हुए है।
बतादे कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण जहां कोविड अस्पतालों व जिला चिकित्सालय में आक्सीजन गैस की खपत बढ़ गई है, वहीं निजी नर्सिंग होम में खपत पूर्व की अपेक्षा आधी हो गई है। आइएमए अध्यक्ष डा.एनके सिंह ने बताया कि बच्चों के आइसीयू, एनआइयू के अलावा गंभीर मरीजों को आक्सीजन पर रखा जाता है। महामारी के कारण अधिकांश चिकित्सक इमरजेंसी में ही भर्ती ले रहे हैं। मरीजों की संख्या काफी कम होने के कारण खपत भी आधी हो गई है।