गुरुग्राम। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली-एनसीआर में फर्जी COVID टेस्ट रिपोर्ट बनाने का खेल भी सामने आया है। गुरुग्राम में कोरोना का फ़र्ज़ी टेस्ट करने वाली लैब का भंडाफोड़ हुआ है। दरअसल गुरुग्राम के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर अमनदीप चौहान ने बताया कि ये लोग कोविड का टेस्ट ब्लड सैंपल लेकर करते थे, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव है उसे पॉजिटिव कर देते थे और जिसकी पॉजिटिव है, उसे नेगेटिव कर देते हैं।
इसकी एवज में ये लोग एक्स्ट्रा पैसे लेते थे। एक कपल को अमेरिका जाना था। उनका कोविड का आरटीपीसीआर टेस्ट पॉजिटिव आया। उन्होंने इस लैब से टेस्ट कराके अपनी रिपोर्ट नेगेटिव करवा ली। इसके लिए 3000 रुपये दिए और वो अमेरिका चले गए। अधिकारी ने बताया कि अभी तक ये लोग 8-10 टेस्ट कर चुके हैं, बाकी जांच कर रहे हैं। ये लोग दिल्ली की एक डायग्नोस्टिक लैब की रिपोर्ट में एडिटिंग कर कोरोना की फ़र्ज़ी रिपोर्ट तैयार करते थे।
पकड़े गए दोनों लोग पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। एक का नाम परिमल रॉय है और दूसरे का नाम अभिरंजन रॉय है। चौहान ने कहा कि आरोपियों को फर्जी कोरोना रिपोर्ट तैयार करने का आइडिया कोविड के दौरान आया और फिर ये यहां से वहां करने लगे। कोविड की फ़र्ज़ी रिपोर्ट बनाकर लोग ऑफिस से छुट्टियां ले रहे हैं। दरअसल फर्जी कोरोना टेस्ट करने वाली इस लैब का नाम मेडिकार्डस है। सीएम फ्लाइंग स्क्वाड ने छापा मारकर लैब संचालक समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह भी पता चला है कि फ़र्ज़ी रिपोर्ट के सहारे एक दम्पति अमेरिका भी चला गया।