नई दिल्ली। कोरोना को हराने के लिए तरह -तरह दवाओं पर रिसर्च किया जा रहा है। लगातार कई दावे भी किए जा रहे है। अब ताजा रिसर्च में पाया गया है कि गाउट का इलाज के लिए इस्तेमाल की जानेवाली एक दवा कोविड-19 से भी लड़ सकती है। प्रोबेनेसिड दवा फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से उस स्थिति का इलाज के लिए स्वीकृत है जिससे जोड़ का दर्द होता है। यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया के शोधकर्ताओं की तरफ से प्रकाशित रिसर्च में पता चला कि दवा कोरोना वायरस जैसे वायरस के सेल्स की नकल और संक्रमण को रोकने में भी सक्षम है।
नेचर पत्रिका में नतीजों को प्रकाशित करनेवाले शोधकर्ताओं का मानना है कि प्रोबेनेसिड दूसरे वायरस जैसे सामान्य जुकाम के साथ-साथ फ्लू से लड़ सकती है शोधकर्ता डॉक्टर राल्फ ट्रिप ने बयान में कहा, “आधार रेखा ये है कि आप संभावित तौर पर इस एक ओरल दवा का इस्तेमाल करते हुए बीमारी और संक्रमण को कम कर सकते हैं।” कोविड-19 का इलाज के लिए अस्पताल में इस्तेमाल की जानेवाली ज्यादातर दवाएं मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज हैं। हालांकि दवाएं विवादास्पद हैं, क्योंकि कुछ लोगों को उसके असर पर शक है।
वर्तमान में वायरस के खिलाफ सीमित इलाज उपलब्ध हैं, और संभावित इलाज के तौर पर कई दवाओं के असर को जांचा गया है। दवा एक शख्स के सेल्स पर कब्जा कर वायरस के सेल्स को रोकने का काम करती है। ये शरीर में वायरस को फैलने में सक्षम होने से रोकती है और इसलिए गंभीर रूप से बीमार पड़ने वाले व्यक्ति की रुकावटों को सीमित करती है। बाजार में ऐसा करने की क्षमता रखनेवाली बहुत सारी दवाएं नहीं हैं, सिवाय उसके जिसका इस्तेमाल वर्तमान में कोविड के लिए किया जाता है।