देहरादून। राज्य में क्वारंटाइन पुरुषों के साथ ड्यूटी करने पर महिला नर्सों ने ऐतराज जताया है। नर्सेज एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ऐसे स्थानों पर पुरुष नर्सों की ड्यूटी लगाने का अनुरोध किया है। नर्सेज एसोसिएशन अध्यक्ष मीनाक्षी जखमोला की ओर से भेजे गए इस पत्र में कहा गया है कि बड़ी संख्या में महिला नर्सों की ड्यूटी ऐसे स्थान पर लगाई गई है, जहां पुरुषों को क्वारंटाइन किया गया है। कई नर्सों ने शिकायत की है कि उन्हें क्वारंटाइन लोगों के कमरों में जाने में डर लग रहा है। उन्होंने पुरुषों के साथ पुरुष नर्स की ड्यूटी लगाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि महिला नर्सों की ड्यूटी नहीं हटाई जा सकती तो फिर सुरक्षा मिले। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी नर्स को कोरोना मरीजों के इलाज में आपत्ति नहीं। क्वारंटाइन पुरुषों के साथ महिला नर्सों को काम करने में आ रही परेशानी को देखते हुए सरकार को अवगत कराया गया है। जखमोला ने कहा कि कई क्वारंटाइन सेंटर ऐसे हैं, जहां पुरुष-महिला को अलग मंजिल में रखा गया है। उसी बिल्डिंग के नीचे नर्सों को रखा गया है। नर्सों की शिकायत है कि कई लोग ऊपर से थूक रहे हैं, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है। जखमोला ने पत्र में कहा कि कई सेंटरों पर नर्सों के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपकरण का बंदोबस्त नहीं है। नर्सों ने खाने-पीने की वस्तुओं की भी शिकायत की है। उन्होंने मांग की कि सभी जगह नर्सों के लिए सुरक्षा उपकरण एवं खाने-पानी की पर्याप्त व्यवस्था कराई जाए। राज्य के अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए भर्ती कई जमातियों की शिकायतें सरकार तक पहुंची हैं। कई अस्पतालों के डॉक्टरों, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ का कहना है कि जमाती स्वस्थ होने की वजह से खुद को बीमार मानने को तैयार नहीं हैं। इससे मेडिकल स्टाफ के सामने इलाज में परेशानियां आ रही हैं।
अफसरों ने बताया कि सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों और अस्पताल अधीक्षकों को इस बारे में सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। यदि जरूरत पड़ी तो सुरक्षा भी उपलब्ध कराई जाएगी। सरकार की ओर से संपत्ति को नुकसान पहुंचाने संबंधी जारी किया गया आदेश भी इसी के तहत किया गया है।