मुंबई। रक्तचाप कम करने वाली दवाओं का कैंसर के खतरे को बढ़ाने में कोई लिंक सामने नहीं आया है। यह खुलासा इस विषय पर किए गए व्यापक अध्ययन के बाद शोधकर्ताओं ने किया है। ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड की ऐपिडेमीलॉजिस्ट और अध्ययनकर्ता एम्मा कोपलैंड ने कहा कि हमारे परिणाम कैंसर के संबंध में एंटीहाइपरटेंसिव ड्रग्स की सुरक्षा को लेकर जनता को आश्वस्त करने वाले हैं, जो कि हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचाने के लिए जरूरी हैं। दरअसल, रक्तचाप की दवाओं और कैंसर के बीच एक संभावित लिंक को लेकर 40 वर्षों से बहस हो रही है। माना जाता रहा है कि ये ड्रग्स कैंसर के लिए जिम्मेदार हैं, जबकि एंटीहाइपरटेन्सिव दवाओं के उपयोग से कैंसर के बढऩे या कम होने के प्रमाण असंगत और परस्पर विरोधी पाए गए हैं। एंटीहाइपरटेन्सिव दवा की जांच करने के लिए इस अध्ययन में सबसे अधिक प्रतिभागियों के रेंडम ट्रायल किए गए। इस लिहाज से यह इस विषय पर किया गया अब तक का सबसे बड़ा अध्ययन था। इसमें 2.6 लाख लोग शामिल हुए।